लखनऊ। आज के एक साल पहले आज की ही तारिख यानी 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा था। लोगो में एक डर का माहौल था सबके मन में एक चिंता थी की आगे क्या होगा ? पिछले एक साल में जो भी हुआ उसे सभी भूलना ही चाहेंगे क्योकि आम हो या खास सभी को इस काल में एक डर के माहौल में जीना पड़ा पर बीते एक साल में इनती समस्याओ से गुजरने के बाद भी अभी भी लोगो में उस तरह की जागरूकता नजर नहीं आ रही यही कारण है की आज सूबे की राजधानी लखनऊ में एपिडेमिक एक्ट के उलंघन को लेकर 500 से अधिक लोगो का चालान किया गया ।लखनऊ में एक हफ्ते के भीतर संक्रमण के मामले 6 गुना तेजी के साथ बढ़े हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 141 संक्रमित लखनऊ में पाए गए हैं। इसके अलावा वाराणसी में 32, प्रयागराज में 30 और गाजियाबाद में 28 संक्रमित मिले हैं।
लगातार बढ़ रहे संक्रमित ,मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश
यूपी में लगातार केसों में इजाफा हो रहा है जिसको लेकर मुख्यमंत्री की तरफ से सख्त निर्देश दिए गए हैं। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भी लोग मास्क लगाने को तैयार नहीं है। बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं जो कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से लगातार संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है। अगर उत्तर प्रदेश की बात करे तो प्रदेश में अब तक 607538 लोग कोरोना से संक्रमित हुए जिसमें 8759 लोगो को मौत हुई तो 595743 लोग स्वस्थ हो गए वर्तमान समय में 3036 लोग अभी भी संक्रमित है बीते कुछ दिनों से संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश भी दिए है।
चौबीस घंटों में संक्रमण के कुल 496 ताजा मामले
यूपी में कोरोना संक्रमण रफ्तार पकड़ रहा है। पिछले चौबीस घंटों में संक्रमण के कुल 496 ताजा मामले सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना संक्रमण का अगर ग्राफ देखा जाए तो यूपी में 7 मार्च के बाद अब तक कोरोना के मामले चार गुना तेजी के साथ बढ़े हैं। गनीमत ये है कि कोरोना संक्रमण की वजह से होने वाली मौतों में फिलहाल इजाफा नहीं हुआ है। राज्य में पिछले चौबीस घंटों में कोरोना संक्रमण की वजह से सिर्फ एक ही जान गई है।
मद्देनजर लोकबंधु और रामसागर मिश्र साढ़ामऊ अस्पताल को फिर कोविड अस्पताल बना दिया गया
यूपी में पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 496 नये संक्रमितों के सापेक्ष 225 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद घर भेजा गया। लखनऊ में कोरोना के बढ़ते केस के मद्देनजर लोकबंधु और रामसागर मिश्र साढ़ामऊ अस्पताल को फिर कोविड अस्पताल बना दिया गया है। इनमें कोरोना मरीजों की भर्ती शुरू हो गयी है । सीएमओ संजय भटनागर ने बताया कि तीन निजी अस्पताल मेयो, मेदांता और चंदन को भी तैयार रहने को कह दिया गया है।कोरोना मरीजों के लिए 1000 बेड तैयार रखने को कहा गया है। पूर्व में बने कोविड अस्पतालों को फिर तैयार रहने के लिए सतर्क कर दिया गया है। डॉक्टरों-कर्मचारियों की ड्यूटी का चार्ट भी तैयार करने से लेकर मास्क, सैनिटाइजर, पीपीई किट कोरोना की दवाओं, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन इत्यादि का पर्याप्त प्रबंध करने को भी निर्देशित कर दिया गया है।