द लीडर हिंदी: इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच इजरायल की तरफ से लेबनान के हिजबुल्लाह के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है.जिसमें पेजर हमले के बाद अब लेबनान में वॉकी-टॉकी फटे रहे है. यह पेजर हमले से भी काफी खतरनाक था, जिसमें 20 लोगों के मौत की खबर सामने आई है.बता दें लेबनान पेजर हमले से ठीक से अभी उबरा भी नहीं था कि एक बार फिर धमाकों की नई लहर देखी गई है. दरअसल बुधवार को लेबनान में एक बार फ़िर कई धमाके हुए. ये धमाके वॉकी-टॉकी के ज़रिए हुए थे.
वॉकी-टॉकी में हुए इन धमाकों के बाद अब इनको बनाने वाली जापानी कंपनी आईकॉम ने सफ़ाई दी है.बतादें जापानी कंपनी ने कहा है कि वॉकी-टॉकी के जिन मॉडलों में धमाके हुए हैं, कंपनी ने 10 साल पहले ही उनको बनाना बंद कर दिया है.वही आईकॉम ने कहा कि मॉडल आईसी-वी 82 का 2004 से 2014 के बीच तक मध्य-पूर्व के देशों में निर्यात किया जाता था. लेकिन 2014 के बाद से उनका निर्यात बंद हो गया है.
इसकी बैटरियों का उत्पादन भी बंद कर दिया गया है.कंपनी ने कहा है कि यह बताना बहुत मुश्किल है कि जिन मशीनों में धमाका हुआ है, उसे हमने ही भेजा था या फिर वे किसी डिस्ट्रीब्यूटर के ज़रिए वहां भेजे गए थे.लेबनान में मंगलवार को बात करने या मैसेज करने के लिए इस्तेमाल होने वाली मशीन पेजर में धमाके हुए थे. इन धमाकों में 12 लोगों की मौत हुई थी.इसके ठीक एक दिन बाद बुधवार को लेबनान में एक बार फिर से सिलसिलेवार धमाके हुए. हालांकि इस बार पेजर की जगह वॉकी-टॉकी में धमाके हुए.वॉकी-टॉकी के ज़रिए हुए इन सिलसिलेवार धमाकों में अभी तक 20 लोगों की जान गई है और 450 से भी ज़्यादा घायल हुए हैं.
वही इस दिल दहलाने वाले हमले के बीच अब लेबनान की राजधानी बेरूत के राफिक हरीरी एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली सभी फ्लाइटों में वॉकी-टॉकी और पेजर पर बैन लगा दिया गया है.बेरूत में स्थित यह एयरपोर्ट लेबनान का एकमात्र कमर्शियल ऑपरेशनल एयरपोर्ट है.बतादें लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी एनएनए ने विमानन एजेंसी के हवाले से बताया है कि यात्रियों से कहा गया है कि अपने साथ पेजर या वॉकी टॉकी जैसे उपकरण न लाएं . अगर उनके पास ऐसे उपकरण पाए जाते हैं तो उन्हें तत्काल ज़ब्त कर लिया जाएगा.https://theleaderhindi.com/now-the-government-job-of-every-agniveer-in-haryana-is-confirmed-bjp-has-announced-this/