द लीडर : राष्ट्रीय जनता दल (RJD)के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, सत्ताधारी जेडीयू-भाजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ आक्रामक रूप से मोर्चा खोले हुए हैं. स्वास्थ्य सेवाओं की बिगड़ी हालत को लेकर एक बार फिर उन्होंने सरकार को निशाने पर लिया है. लालू प्रसाद ने कहा-,”हमारी सामाजिक सशक्तिकरण की पहल के विरोध में कुछ लोग इस कदर अंधे हुए कि बिहार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य की बलि देकर अपनी दो पीढ़ियों का भविष्य बर्बाद कर लिया. पिछले 16 सालों में नीतीश-भाजपा ने बिहार की ये दुर्गति कर दी है कि देश में प्रति लाख आबादी पर सबसे कम 16 बेड बिहार में हैं.”
दरअसल, स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर बिहार की हालत बेहद खस्ताहाल है. सीडीडीईपी और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के अध्ययन पर एक रिपोर्ट तैयार हुई है. जिसमें देश में एक लाख की आबादी पर अस्पतालों में बेड का अध्ययन किया गया है. लालू प्रसाद यादव ने इसी रिपोर्ट का ये चार्ट साझा करते हुए ये बात कही है. जिसमें बिहार में एक लाख की आबादी के लिए बिहार के अस्पतालों में महज 16 बिस्तर दर्शाए गए हैं.
16 वर्षों में नीतीश-भाजपा ने बिहार की यह दुर्गति करी है कि देश में प्रति लाख आबादी पर सबसे कम बेड (26) बिहार में है।
हमारी सामाजिक सशक्तिकरण की पहल के विरोध में कुछ लोग इतने अंधे हुए कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य की बलि देकर अपनी दो पीढ़ियों का भविष्य बर्बाद करवा लिया। pic.twitter.com/cJhSiUUWIt
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 8, 2021
इससे पहले 31 मई को लालू प्रसाद यादव ने बिहार के सहरसा के रेफर अस्पताल चंद्रनारायण के जर्जर भवन की एक तस्वीर जारी की थी. लालू यादव 1995 में जब बिहार के मुख्यमंत्री थे. तब उन्होंने इस अस्पताल का उद्घाटन किया था. पिछले 26 सालों में अब ये खंडहर में तब्दील हो चुका है.
इसे भी पढ़ें- Bihar Politics : राबड़ी देवी 7 साल CM रहीं, घरेलू महिला की टिप्पणी पर बेटी का सुशील मोदी को ये करारा जवाब
इसको लेकर लालू यादव ने कहा- ये अस्पताल इस मकसद से बनवाया गया था कि पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के अंदर आबाद लाखों बिहारवासियों को चिकित्सा सेवा मिल सके. लेकिन छोटी और नकारात्मक मानसिकता की सोच वाले धनी ने बाकी हजारों स्वास्थ्य सेवा केंद्रों की तरह इसे भी जमीदोंज कर दिया.
इसको लेकर आरजेडी ने भी नीतीश सरकार पर सवाल उठाया है. और कहा कि इस अस्पताल को सिर्फ इस बात की सजा मिली है, क्योंकि अस्पताल की शिलापट पर लालू प्रसाद का नाम लिखा था. आरजेडी ने कहा-सुशासन के नाम पर चल रही निर्लज्जपन का जीती जागती मिसाल है.