द लीडर हिंदी: बांग्लादेश रानीतिक संकट की मार झेल रहा है. हिंसा के बीच शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं. तनाव लगातार बना हुआ है. हालत बद से बदतर बने हुए है.हिंसा और आगजनी के बीच अब उपद्रवियों ने अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. घरों में आग लगाई जा रही है. दुकानों को लूटा जा रहा है.मिली जानकारी के मुताबीक 27 जिलों में हिंदुओं के घरों और मंदिरों को बनाया निशाना गया है.भारत ने इन हालातों पर चिंता जाहिर की है. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के व्यवसाय और मंदिरों को निशाना बनाए जाने पर बयान दिया है.
एस जयशंकर बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर राज्यसभा में बोले. उन्होंने कहा है कि बांग्लादेश में सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि वहाँ अल्पसंख्यक समुदाय के व्यवसाय और मंदिरों को निशाना बनाया गया है.”हम बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के ऊपर नज़र बनाए हुए हैं. भारत में सीमा पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है.”उन्होंने सदन को बताया है कि बांग्लादेश के अलग-अलग इलाक़ों में क़रीब 19 लाख भारतीय रह रहे हैं.
हालाँकि क़रीब 10 लाख लोग जुलाई के महीने में ही भारत आ गए हैं और वहाँ फ़िलहाल ज़्यादातर भारतीय छात्र रह गए हैं.”5 अगस्त को शेख़ हसीना ने इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया. उन्होंने काफ़ी कम समय में भारत में फ़्लाइट लाने के लिए अनुमति मांगी. वो कल शाम में दिल्ली पहुँची हैं.”एस जयशंकर ने बताया है कि बांग्लादेश में जनवरी में हुए आम चुनाव के बाद से ही विरोध का सिलसिला शुरू हुआ था.https://theleaderhindi.com/what-are-the-main-faces-of-the-bangladesh-movement-these-three-students-who-led-a-mass-movement-and-drove-the-prime-minister-from-the-country/