द लीडर। दिल्ली दंगों में जान गंवाने वाले आईबी कर्मचारी के भाई को केजरीवाल सरकार ने सरकारी नौकरी दी है. अंकित शर्मा की दिल्ली हिंसा में हत्या कर दी गई थी.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने गुरुवार को परिवार को सरकारी नौकरी का सर्टिफिकेट सौंपा था. एक ट्वीट में कहा, इंसान की कमी को तो कभी पूरा नहीं किया जा सकता लेकिन इस सरकारी नौकरी व 1 करोड़ की सहायता राशि से परिवार को बल मिलेगा.
फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़के थे
भविष्य में भी परिवार की हर संभव मदद करेंगे. फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़के थे, जिसमें 53 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल थे. आईबी अधिकारी अंकित शर्मा का शव उनके लापता होने के अगले दिन 26 फरवरी को चांद बाग इलाके से उनके घर के पास एक नाले से मिला था.
इंसान की कमी को तो कभी पूरा नहीं किया जा सकता लेकिन इस सरकारी नौकरी एवं 1 करोड़ की सहायता राशि से परिवार को बल मिलेगा, भविष्य में भी परिवार की हर सम्भव मदद करेंगे। https://t.co/ID7bRYqGTk
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 17, 2022
वहीं कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां को पूर्वोत्तर दिल्ली दंगों की साजिश के मामले में जमानत मिलने के बाद बुधवार (16 मार्च) शाम यहां तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया.
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, इशरत जहां को मंडोली जेल से बुधवार शाम लगभग 7.45 बजे रिहा कर दिया गया. दिल्ली की एक अदालत ने वर्ष 2020 के दिल्ली दंगे की व्यापक साजिश से संबंधित मामले में सोमवार को जहां को जमानत प्रदान की थी.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी 2020 में हुए दंगों के लिए मुख्य साजिशकर्ता के रूप में भूमिका निभाने के आरोप में इशरत जहां और कई अन्य लोगों के खिलाफ गैर-कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. इन दंगों में 53 लोगों की मौत हुई थी और 700 से अधिक लोग घायल हुए थे.