अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में MP आजम खान की रिहाई के लिए निकला इंसाफ मार्च

द लीडर : यूपी के रामपुर से सांसद आजम खान की, रिहाई की मांग जोर पकड़ रही है. सोमवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) कैंपस में छात्रों ने इंसाफ मार्च निकाला. आजम खान को रिहा करो-के नारे गूंजे. आजम खान एएमयू के एल्युमिनाई हैं. जहां से उन्होंने एलएलबी की है. (Azam Khan AMU March )

वह समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. एएमयू के छात्रनेता फरहान जुबेरी के नेतृत्व में छात्रों ने ये प्रोटेस्ट किया. और उनकी रिहाई के लिए आवाज उठाई.

आजम खान 9 बार एमएलए रहे हैं और राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री भी. उनकी बीवी डॉ. तजीन फातिमा, जोकि रामपुर सदर सीट से विधायक हैं. जबकि बेटे अब्दुल्ला आजम भी स्वार सीट से विधायक रह चुके हैं.

आजम खान पिछले एक साल से अधिक समय से सीतापुर जेल में बंद हैं. बीती मई में जेल में ही उनकी तबीयत खराब हो गई थी. जहां से उन्हें और अब्दुल्ला आजम, दोनों को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


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पिछले दिनों आजम खान को अस्पताल से फिर जेल शिफ्ट किया गया. जहां चार-पांच दिन के दरम्यान ही उनकी हालत बिगड़ गई. और उन्हें दोबारा मेदांता में एडमिट कराना पड़ा.

दूसरी बार जेल से अस्पताल लाए जाने के दौरान आजम खान की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. जिनमें वह काफी कमजोर नजर आ रहे हैं. उनकी हालत को लेकर मुस्लिम समाज में बेचैनी है. तभी से उनकी रिहाई की मांग ज्यादा जोर पकड़ रही है. (Azam Khan AMU March )

समाजवादी पार्टी के फ्रंटल संगठनों के नेता, कार्यकर्ताओं से लेकर यूपी के बाहर के लोग भी उनकी रिहाई को लेकर आवाज उठा रहे हैं. इसी कड़ी में फरहान जुबेरी ने भी एएमयू में इंसाफ मार्च प्रस्तावित किया है.

फरहान जुबेरी जोकि एआइएमआइएम के नेता हैं, ने द लीडर से बातचीत में कहा कि आजम खान हमारे सीनियर हैं. बड़े भाई हैं. अपने सीनियर छात्र की हैसियत से हम सब उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं. इसलिए क्योंकि वह काफी बीमार हैं. कमजोर हो गए हैं. इस हालत में उन्हें जेल में नहीं रखा जाना चाहिए. हम सरकार से मांग करते हैं कि उन्हें रिहा किया जाए.


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फरहान ने तमाम संगठनों के छात्रों और कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि आजम खान के लिए सभी वैचारिक मतभेदों को साइड में रखकर आवाज उठाएं. (Azam Khan AMU March )

रविवार को ही आजम खान के इलाज को लेकर सुप्रीमकोर्ट से बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है. जिसमें शीर्ष अदालत ने आजम खान को अपने खर्च पर इलाज कराने की इजाजत दे दी है. इसी के साथ अस्पताल प्रबंधन से कहा है कि ये सुनिश्चित किया जाए कि वह अस्पताल में फोन का इस्तेमाल न करने पाएं. न ही उनसे किसी को मिलने दिया जाए.

वहीं, मेदांता से जारी बयान में आजम खान की हालत स्थिर बताई गई है. और वह चिकित्सकों की निगरानी में हैं. इससे पहले आजम खान की बीवी डॉ. तजीन फातिमा स्पष्ट कर चुकी हैं कि उनके मुंह में अल्सर है. Azam Khan AMU March

इस कारण ठीक से खाना नहीं खा पाते. दूसरी बीमारियां में भी है. इन्हीं सब वजहों से उनकी सेहत में तेजी से गिरावट बनी है.


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इससे पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी के नेताओं ने आजम खान की रिहाई की मांग को लेकर मेरठ में कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया. और राज्यपाल को संबोधित मांग पत्र सौंपा. पूर्व विधायक गुलाम मुहम्मद, युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव बाबर चौहान, पूर्व जिलाध्यक्ष जयबीर सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे थे.

गुलाम मुहम्मद ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार आजम खान पर जुल्म कर रही है. जिससे उनका स्वास्थ्य दोबारा खराब हुआ है. आपदा के हालात में सरकार के इस रवैये से जाहिर होता है कि वो बदले की भावना से सियासत कर रही है.

बाबर चौहान ने कहा कि हम आजम खान की रिहाई की मांग करते हैं. अगर हमारी मांग नहीं सुनी गई तो अांदोलन को मजबूर होंगे.

 

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Ateeq Khan

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