द लीडर. भारत ने ज़िम्बाब्वे पर क्लीन स्वीप करते हुए रिकॉर्ड 54वीं जीत हासिल की है. इसी के साथ पाकिस्तान के ज़िम्बाब्व पर सबसे ज़्यादा जीत के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली. यह भारत की 62 मैचों में 54वीं जीत थी. इस जीत के हीरो पंजाब के बल्लेबाज़ शुभमन गिल रहे. जिन्होंने 97 गेंदों में 130 रन ठोंककर न सिर्फ मैन ऑफ द मैच के मैन ऑफ द मैच बनने का गौरव हासिल किया. सीरीज़ में उनके बल्ले से सर्वाधिक 245 रन निकले.
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भारत ने पहले हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए गिल की 130 रन की शानदार पारी की बदौलत ज़िम्बाब्वे के सामने 290 रन का लक्ष्य रखा, जिसे चेज़ नहीं किया जा सका. ज़िम्ब्बाब्वे की टीम पारी की तीन गेंद शेष रहते 276 रन पर अउट हो गई. तब जबकि सिकंदर रज़ा ने 95 गेंद में 115 रन की शानदार पारी खेली लेकिन वह टीम को जीत नहीं दिला सके. शार्दुल ठाकुर की गेंद पर शुभमन गिल ने शानदार कैच लपककर रज़ा के ज़िम्बाब्वे को जीत दिलाकर पवेलियन लौटने का सपना चकनाचूर कर दिया. भारत ने यह मैच 13 रन से जीत लिया.
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कप्तान केएल राहुल और शिखर धवन के बीच 70 रन से ज़्यादा की ओपनिंग शुरूआत हुई. दोनों के आउट होने के बाद गिल और ईशान किशन ने मोर्चा संभाल लिया. एक ने शतक और दूसरे ने अर्द्धशतकीय पारी खेली. इन दोनों के बाद भारतीय टीम की तू चल मैं आया वाली स्थिति हो गई. 300 से पार जाता दिख रहा स्कोर महज़ 289 रन तक ही पहुंच सका. एक समय लग रहा था कि सिकंदर रज़ा ज़िम्बाब्वे को जीत दिलाकर रहेंगे लेकिन अंतिम ओवरों में भारतीय पेसरों और स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाज़ी की. खासतौर से आवेश ख़ान का ज़िक्र करना होगा, जिन्होंने तीन बल्लेबाज़ों को आउट किया. ज़िम्बाब्वे की तरफ से ब्रैड एवंस सबसे सफल गेंदबाज़ रहे. पांच विकेट झटके.