द लीडर हिंदी : देश में लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव तैयारियां जोरो पर चल रही है. पक्ष-विपक्ष जमकर एक दूसरे पर हमलावर होता दिखाई दे रहा है. इसी बीच अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह ने आज शनिवार को जम्मू के पलौरा में जनसभा की. रैली में भारी संख्या में लोग पहुंचे. रैली स्थल पर लोग भारत माता की जय के नारे लगाए. तो वही अमित शाह ने तीखे तेवर दिखाते हुए कांग्रेस-एनसी और पीडीपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैं कसम खाकर कहता हूं कि अनुच्छेद 370 को वापस लाने नहीं दूंगा.बतादें विधानसभा चुनाव को लेकर शाह की यह पहली रैली है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पर घाटी में दोबारा आतंक फैलाने का आरोप लगाया.
यहीं नहीं शाह ने आगे कहा- कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस का गठबंधन LOC (भारत-पाकिस्तान बार्डर) पर फिर से ट्रेड शुरु करना चाहता है. उसका पैसा आतंकियों के मददगार तक पहुंचेगा और इलाके में फिर से अशांति आएगी. हालांकि बीजेपी सरकार के रहते ऐसा कभी नहीं हो पाएगा.
गृहमंत्री ने कहा- मैं आज ये कहना चाहता हूं कि जब तक ज्म्मू-कश्मीर में शांति नहीं आएगी, तब तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी. कांग्रेस जेल में बंद पत्थरबाजों और आतंकी गतिविधियों में लिप्त लोगों को छुड़ाना चाहती है, ताकि आतंक फिर से फैले.
जनता को संबोधित करते हुए शाह ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें मत जिताना, नहीं तो जम्मू-कश्मीर का विकास रुक जाएगा. हम जम्मू-कश्मीर के विकास और आतंकवाद से बचाने का हमेशा काम करेंगे.हमने जम्मू में हजारों करोड़ों रुपये का विकास किया है.
अमित शाह ने आगे कहा- नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस कहती है कि हम जम्मू-कश्मीर को स्टेट का दर्जा देंगे. मैं अब्दुल्ला साहब और राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि आप जम्मू-कश्मीर को स्टेट का दर्जा कैसे वापस देंगे? जनता को मूर्ख बना रहे हो आप क्योंकि जम्मू-कश्मीर को स्टेट का दर्जा तो सिर्फ भारत सरकार ही दे सकती है.
शाह ने कहा- आने वाला चुनाव ऐतिहासिक होगा
बतादें लोकसभा चुनाव में भले ही बीजेपी ने जीत हासिल की हो. लेकिन विपक्ष भी मजबूती के साथ सदन में बैठा है. जिसके चलते बीजेपी विधानसभा में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती. विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सभी नेता कमर कसकर मैदान में उतर पड़े है.जिनकी हुंकार जम्मू में देखने को मिली. शाह ने कहा कि आने वाला चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव है.जब से देश आजाद हुआ, पहली बार, जम्मू कश्मीर का मतदाता दो झंडे नहीं, एक तिरंगे के नीचे अपना मतदान करेगा. पहली बार, दो संविधान नहीं, भारत के संविधान (जिसको बाबा साहेब अंबेडकर ने बनाया) के अंतर्गत मतदान होने जा रहा है.
शाह ने कहा कि हमने घर-घर जाकर इनके (नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस) विभाजनकारी एजेंडे के प्रति लोगों को जागरूक किया है. मैंने एक प्रेस वार्ता कर नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को उजागर किया था. लेकिन आज मैं आप सब के सामने आया हूं, क्योंकि मैं मीडिया से ज्यादा भरोसा आप पर करता हूं क्योंकि मैं भी आपकी जमात वाला हूं, मैं भी बूथ अध्यक्ष रहा हूं.
शाह ने साधा नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पर निशाना
शाह ने कहा कि अनुच्छेद-370 हटने से 70 साल के बाद जम्मू कश्मीर की माताओं-बहनों को अधिकार मिला है. नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी ये अधिकार छीनना चाहती है। ये अधिकार आप छीनने दोगे? नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी पत्थरबाजी व आतंकवाद में लिप्त लोगों को जेल से छोड़ना चाहती है ताकि जम्मू, पुंछ, राजौरी जैसे क्षेत्र जहां शांति है, वहां फिर से आतंकवाद आए। क्या आप इन क्षत्रों में आतंकवाद को फिर से आने दोगे?
शाह ने कहा, ‘नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस व पीडीपी वाले कहते हैं, हम पहले जैसी व्यवस्था लाएंगे। क्या आप इससे सहमत हो? जिस ऑटोनॉमी की बात ने जम्मू कश्मीर को आग में झुलसाया, घाटी में 40 हजार लोग मारे गए. ये कहते हैं, हम जम्मू कश्मीर को ऑटोनॉमी देंगे. मैं आज कह कर जाता हूं, कोई भी ताकत ऑटोनॉमी की बात नहीं कर सकती.’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी से एक बात कहना चाहता हूं कि आप चाहें जितनी भी कोशिश कर लें, हम गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों के आरक्षण पर आंच नहीं आने देंगे. जब तक शांति नहीं होगी, पाकिस्तान से बातचीत नहीं होगी.’