द लीडर : हरिद्वार धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार के आह्वान मामले में आरोपी जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी को उत्तराखंड पुलिस ने ग़िरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसे नारसन बॉर्डर से पकड़ा है. और अब कोर्ट में पेश करने की तैयारी चल रही है. हरिद्वार के एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार और गढ़वाल के डीआइजी मंडल करन सिंह नगन्याल ने रिजवी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. (Dharma Sansad Waseem Rizvi)
हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर तक ये धर्म संसद हुई थी. जिसे गाजियाबाद के डासना स्थित मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने आयोजित किया था. इस धर्म संसद में तमाम साधु-संत शामिल हुए थे.
इस धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ जमकर भड़काऊ भाषण दिए गए थे. यहां तक कि 20 लाख मुसलमानों के कत्लेआम तक की धमकी और अपील कर डाली गई थी.
इस घटना को हुए एक पखवाड़ा बीत चुका है. तब जाकर ये पहली गिरफ्तारी हुई है. वो भी तब, जब धर्म संसद में हेट स्पीच के आरोपियों की गिरफ्तारी का मामला सुप्रीमकोर्ट पहुंच चुका है. शीर्ष अदालत ने उत्तराखंड सरकार, दिल्ली पुलिस से इस मामले में 10 दिन के अंदर जवाब मांगा है.
सुप्रीमकोर्ट की सख्ती के बाद ही उत्तराखंड पुलिस हरकत में आई है. और आनन-फानन में वसीम को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि रिजवी के अलावा किसी अन्य साधु को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
कई लोगों के खिलाफ दर्ज है मामला
हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच मामले में कई लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज है. लेकिन पहला केस वसीम रिजवी के खिलाफ ही दर्ज हुआ था. बाद में दूसरे आरोपियों के नाम शामिल किए गए थे. वसीम रिजवी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन रहे हैं. और हाल ही में उन्होंने सनातन धर्म कबूल करके अपना नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रखा है.