
द लीडर। अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाले और किसान आंदोलन में मुखर रहे मेघायल के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अग्निपथ योजना को लेकर बड़ा बयान दिया है। युवाओं का समर्थन करते हुए कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं को बर्बाद कर देगी। इस योजना से युवा शादी को भी तरसेंगे।
मेघायल के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का ये बयान इस समय सामने आया है। जब देश में युवा अग्निपथ योजना का जोरों शोरों से विरोध कर रहे हैं। देशभर में अग्निपथ को लेकर हंगामा मचा हुआ है। बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, महाराष्ट्र और झारखंड में भी अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। वहीं अब इस मामले में राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बयाने आने के बाद ये मामला फिर सुर्खियों में आ गया है।
अग्निपथ से देश में फौज की इज्जत कम हो जाएगी
सत्यपाल मलिक ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा लाई जा रही अग्निपथ योजना से देश में फौज की इज्जत कम हो जाएगी। इसके साथ ही जवानों की शादियां भी नहीं होंगी। ये योजना जवानों के खिलाफ हैं। सरकार को जल्द इस योजना को वापस लेना चाहिए।
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मेघायल के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार 26 जून को केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए अग्निपथ योजना को जवानों के खिलाफ बताई। देश में सेना भर्ती को लेकर पहले से ही नौजवानों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। वहीं इस बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक के इस बयान ने आग में घी डालने का काम किया है।
अग्निपथ को लेकर नौजवानों में गुस्सा
देश मे अग्निपथ योजना को लेकर हंगामा मचा है। बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक सेना भर्ती को लेकर नौजवानों में गुस्सा है। इस बीच मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बयान आग में घी डालने के बराबर नजर आ रहा है। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार 26 जून को केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
दरअसल, बागपत के रहने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक रविवार को बागपत के खेकड़ा में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत कर अग्निपथ योजना को गलत बताया। सत्यपाल मलिक खेकड़ा में दिवंगत शिक्षक नेता गजे सिंह के आवास पर परिजनों को सांत्वना देने गए थे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को घेरा।
जवानों की शादियां नहीं हो पाएंगी- मलिक
उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि, अग्निपथ योजना बहुत गलत योजना है। ये जवानों के खिलाफ है, इससे फौज की इज्जत कम होगी और जवानों की शादिया भी नही हो पाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि, चैनल की डिबेट में सेना के अधिकारियों का बैठना बिल्कुल गलत है। इससे देश में सेना का सम्मान घट रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना सेना और नौजवान दोनों को बर्बाद करके रख देगी। चार साल के लिए भर्ती होने वाले नौजवान अपनी शादी को भी तरस जाएंगे। उन्होंने कहा कि, इस चार साल की नौकरी में छह महीने की ट्रेनिंग और छह महीने की छुट्टी रहेगी, बचे तीन साल। तीन साल के लिए देश का युवा सेना की नौकरी करेगा। उन्होंने पुरानी शैली नीति के अनुसार ही भर्तियां किए जाने की बात कही है।
किसान आंदोलन के खिलाफ मुखर रहे थे मलिक
बता दें कि, मेघायल के राज्यपाल सत्यपाल मलिक किसान आंदोलन में भी मुखर रहे हैं। किसानों को उम्मीद नहीं थी कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कृषि कानूनों को वापस लेंगे। लेकिन कृषि कानूनों के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर रहे मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को इसका अंदाजा हो गया था। सत्यपाल मलिक ने खुलकर कहा था कि, मैं किसानों के साथ खड़ा हूं।
बीजेपी किसानों पर यह कृषि कानून जबरदस्ती नहीं थोप सकती हैं। सत्यपाल मलिक ने अक्टूबर में किसानों के आंदोलन को खत्म करने के लिए MSP गारंटी का फॉर्मूला सुझाया था। उनका कहना था कि, सरकार तीनों कानूनों को बना रहने दे, लेकिन MSP गारंटी का कानून बना दे। उन्होंने कहा था कि,अगर सरकार ने किसानों की बात नहीं मानी तो उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
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किसानों और जवानों के हमेशा संघर्ष करुंगा- मलिक
वहीं अब राज्यपाल सत्यपाल मलिक अग्निपथ योजना का भी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि, केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना युवाओं का भविष्य बर्बाद कर देगी। सरकार को पहले की ही तरह सेना की भर्तियां निकालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, मेरा इरादा राजनीति करने और चुनाव लड़ने का नहीं है। किसानों और जवानों के लिए जहां जरूरत होगी संघर्ष करुंगा।
अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन देखा गया था। वहीं विपक्ष के बड़े नेताओं ने भी इसका विरोध किया। और सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की थी। वहीं कांग्रेस अग्निपथ को लेकर अभी भी विरोध प्रदर्शन कर रही है।
अग्निपथ पर कांग्रेस सांसद हुड्डा का आरोप
सेना भर्ती में केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर रार बरकरार है। अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और वर्किंग कमेटी के सदस्य दीपेंद्र हुड्डा का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने आरोप लगाया कि, केंद्र सरकार सेना में पेंशन रोकने के लिए अग्निपथ स्कीम को लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि, इस योजना के लिए केंद्र सरकार सेना को कमजोर करना चाहती है। उन्होंने कहा कि, अग्निपथ योजना देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है, यह योजना न देश के हित में है और न ही युवाओं के हित में है। सरकार इस योजना को जल्द से जल्द वापस ले।
अग्निपथ से युवाओं का भविष्य अंधकार में- कन्हैया लाल
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने रक्षा भर्ती की अग्निपथ योजना को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। और कहा कि, सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। कन्हैया लाल ने कहा कि, इस योजना के लागू होने के बाद देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। साथ ही भविष्य में इसके बड़े परिणाम भुगतने होंगे। इस योजना से देश की सुरक्षा से समझौता किया जाएगा।
हिमाचल में कांग्रेस का ‘सत्याग्रह’
अग्निपथ योजना को लेकर हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी आज ‘सत्याग्रह’ कर रही है। अखिल भारतीय कांग्रेस के आदेशानुसार केंद्र की ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ के विरोध में राज्य के सभी 72 ब्लॉक में शांतिपूर्वक प्रदर्शन चल रहा है। शिमला के नाज पर कांग्रेस कार्यकर्ता अग्निपथ स्कीम का विरोध कर रहे हैं।
अग्निपथ के विरोध में कांग्रेस का धरना
अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता जमशेदपुर समेत पूरे पूर्वी सिंहभूम जिले में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग कर रही है। इससे पहले नई दिल्ली में भी सोनिया गांधी समेत अन्य नेताओं ने इस योजना के विरोध में जंतर-मंतर पर धरना दिया था। देश भर में इसे लेकर हिंसा भी हुई थी।
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