द लीडर। जहां एक तरफ सभी राजनीतिक पार्टियां और नेता यूपी विधानसभा चुनाव में जुटे हैं तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राम राज्य कहे जाने वाले इस उत्तर प्रदेश में गाय दम तोड़ती नजर आ रही हैं। आगरा के विकासखंड शमशाबाद के ग्राम पंचायत कोलारा कलां की बृहद गो संरक्षण गौशाला सबसे बड़ी गोशाला में 20 गायों ने बीमारी और भूख के कारण तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।
रविवार को जब किसान नेता श्याम सिंह चाहर और अन्य किसान नेता निरीक्षण करने के लिए गौ संरक्षण गौशाला कोलारा कलां में वहां पहुंचे तो वहां हालात बेहद भयावह थे। प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी की वजह से कई गोवंश अपने जीवन की अंतिम घड़ियां गिन रहे हैं। गोशाला में गोवंशों के शव पुराने बताए जा रहे हैं। गोशाला में फिलहाल 550 गोवंश हैं।
गोवंश प्रतिदिन तड़प-तड़पकर दम तोड़ रहे
विकासखंड शमशाबाद के क्षेत्र ग्राम पंचायत कोलारा कलां की बृहद गौ संरक्षण गौशाला में पहले 550 तक से अधिक गोवंश थे, लेकिन अनदेखी से गोशाला दुर्दशा की शिकार हो गई है। उचित देखभाल के अभाव में यहां गोवंश प्रतिदिन तड़प-तड़पकर दम तोड़ रहे हैं।
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वहीं किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने निरीक्षण के दौरान तमाम तरह की खामियां नजर आई। श्याम सिंह चाहर और अन्य किसान नेताओं ने बताया कि, इसकी शिकायत उन्होंने उच्च अधिकारियों से की लेकिन हालात नहीं सुधरे तो सभी किसान नेता एकत्रित होकर धरने पर बैठे हैं। इसी दौरान गाये भूखी प्यासी बिना चारे के तड़प तड़प कर दम तोड़ रही हैं। जो गाय मर जाती है उनका बिना पोस्टमार्टम के दाह संस्कार कर दिया जाता है। इसमें घोर लापरवाही ब्लॉक के डॉक्टर के एस लोधी की सामने दिखाई दी।
गायों को खिलाया जा रहा सड़ा गला आलू
किसान नेताओं का कहना है कि, गौशाला में चारे की जगह पर सड़ा गला आलू गायों को खिलाया जा रहा है। सडा गला आलू खाने से गायों में महामारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा कि, गौ रक्षा की जगह पर राजनीति करने वाले बेशर्म गौशालाओं की तरफ नजर नहीं डालते हैं। और हिंदुत्व और गायों की रक्षा के लिए राजनीति करने में शर्म नहीं आती। इनको शर्म आनी चाहिए गौशाला में रखरखाव की व्यवस्था इनको करनी चाहिए।
वहीं बीकेयू प्रदेश महासचिव रविंद्र सिंह ने कहा कि, गौशाला नहीं आई है गौशालाओं के नाम पर कट्टी कर खोल दिया है। जगह-जगह पर गांव शमशान होता जा रहा है। उन्होंना चुनाव आयोग से मांग है कि, तुरंत इस मामले की जाचं की जाए और गायों की रक्षा के लिए कदम उठाए जाए।
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