द लीडर हिंदी : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. आर्थिक तंगी से परेशान एक ही परिवार के चार सदस्यों ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी.
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने सोमवार को बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित कच्चे कटरा मोहल्ले में रहने वाले अखिलेश गुप्ता (42), उनकी पत्नी रिशु गुप्ता (39), बेटे शिवांग (12) और बेटी हर्षिता (10) के शव उनके घर में ही लटके मिले।
मौके से मिला सुसाइड नोट
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि अखिलेश दवाइयों से जुड़ा का काम करते थे। आज उनके किसी परिचित ने इन्हें फोन किया तो कोई जवाब ना मिलने पर वो अखिलेश के घर गया तो वहां का नजारा देखकर उसने पुलिस को सूचना दी। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान होने के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात लिखी है।
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सूदखोर के ब्याज से तंग आकर उठाया कदम
बताया जा रहा है कि व्यापारी ने कांठ निवासी एक सूदखोर से 12 लाख रुपया ब्याज पर लिए थे। 33 लाख रुपया वो दे भी चुका था फिर भी सूदखोर रुपया बकाया होने पर मकान हड़पने की धमकी दे रहा था.
सुसाइड नोट के आधार पर की जा रही है जांच
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अखिलेश और रिशु के शव एक कमरे में जबकि बेटे और बेटी के शव अलग-अलग कमरे में लटके मिले। आशंका है कि दंपति ने पहले अपने दोनों बच्चों को अलग-अलग फांसी पर लटकाया और उसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।