नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में स्थिति हर दिन भयावह होती जा रही है। हर दिन लाखों की संख्या में लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। वहीं अब सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीश कोोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
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अस्पताल में भर्ती होने की मांग
सुप्रीम कोर्ट के इन चारों जज की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के चार न्यायाधीशों ने COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव रिजर्ट आने के बाद उन्होंने अस्पताल में भर्ती होने की मांग की।
सूत्रों के मुताबिक, चारों जज जो पॉजिटिव निकले हैं वो सोमवार तक नियमित कार्यवाही कर रहे थे। चार में से एक को एम्स, नई दिल्ली में भर्ती कराया गया था।
नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति का शपथ ग्रहण समारोह
इसके अलावा, उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रपति भवन के प्रोटोकॉल के अनुसार, आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए एक सीओवीआईडी -19 परीक्षण प्रयोगशाला में 15 न्यायाधीशों के नाम भेजे हैं, जो न्यायाधीश भारत के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे।
लगातार बढ़ रही संक्रमण की दर
एनवी रमण को एक निगेटिव COVID रिपोर्ट की आवश्यकता होगी। सूत्रों के अनुसार, न्यायाधीशों के अलावा, सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री कार्यालय में COVID-19 संक्रमण की दर भी लगातार बढ़ रही है।
न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी ने अपनी एक सुनवाई में हाल ही में टिप्पणी की थी कि, शीर्ष अदालत के न्यायाधीश कम स्टाफ वाले थे क्योंकि COVID-19 के कारण स्टाफ सदस्य आइसलेशन में थे। न्यायमूर्ति एमआर शाह ने भी खुली अदालत में कहा था कि उनके कर्मचारियों ने पॉजिटिव परीक्षण किया था और ये वास्तव में “परेशान करने वाला समय है।
संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,56,16,130 हुई
सुप्रीम कोर्ट पहले ही तय कर चुका है कि, 22 अप्रैल से इसमें केवल तात्कालिकता वाले मामले ही सुने जाएंगे। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब तीन लाख नए मामले आने से कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,56,16,130 हो गई। जबकि 2,023 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 1,82,553 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को इस बारे में बताया.
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