द लीडर हिंदी: एक तरफ जहां देश के कई राज्य भीषण गर्मी लू और चिलचिलाती धूप की मार झेल रहे है. वही दूसरी तरफ अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में रविवार सुबह बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. घर और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए है. मूसलाधार बारिश के चलते आई बाढ़ से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों पर नदी की तरह पानी बह रहा है जिससे आने जाने वाहनों को मुश्किल हो रहा है. आलम यह है कि बाढ़ का पानी लोगों के घरों के अंदर भी घुस गया है. इस बीच जिला प्रशासन ने सभी लोगों से नदियों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों दे दूर रहने का आग्रह किया है.
वही अधिकारियों ने बताया कि कई जगहों पर लैंड स्लाइड हुआ है. लोगों को वहां न जाने की सलाह दी गई है. वहीं, नेशनल हाइवे-415 पर जलभराव होने से कई वाहन फंसे हुए हैं. उधर, असम में करीब एक हफ्ते से बारिश हो रही है.सरकार के अधिकारियों ने 22 जून को बताया कि बाढ़ से 19 जिलों में करीब 4 लाख लोग प्रभावित हैं. इस साल बाढ़ और लैंडस्लाइड से मरने वालों का आंकड़ा 37 हो गया है. बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सरकार ने 100 रिलीफ कैंप लगाए हैं. राहत सामग्री देने के लिए 125 सेंटर बनाए हैं.
आपको बतादें कि मौसम विभाग ने आज मध्य प्रदेश समेत 11 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इनमें मध्य प्रदेश का मालवा इलाके के अलावा गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल शामिल हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने मानसून के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में आने वाली बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की. इसमें गृह, जल संसाधन, नदी विकास, पृथ्वी विज्ञान, पर्यावरण, सड़क परिवहन मंत्रालयों और विभागों के सचिव, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, NDMA के अधिकारी शामिल हुए.https://theleaderhindi.com/mayawatis-anger-gone-akash-anand-again-declared-successor/