The leader Hindi: दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली इंडिगो फ्लाइट में आज बड़ा हादसा हुआ है. इंडिगो फ्लाइट के इंजन में आग लगने से विमान में बैठे यात्रियों में हड़कंप मच गया. हालांकि, आग लगने के बाद विमान को दिल्ली एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. इस हादसे के बाद से विमान में सवार हुए लोग डरे हुए हैं. बीते दिन भी एयर इंडिया की फ्लाइट में आई तकनीकी खराबी की वजह से रूट को डायवर्ट करना पड़ा था.
ऐसे में अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि लगातार हवाई यात्रा के दौरान ऐसी गड़बड़ी सामने आना कितना खतरनाक हो सकता है.कुछ समय से विमान यात्रा के दौरान कई बार गड़बड़ी होने की खबरें सामने आई हैं. स्पाइसजेट, विस्तारा, इंडिगो और गो एयर वह फ्लाइट हैं, जिनमें अक्सर लोग यात्रा करते हैं. इन्हीं फ्लाइट्स से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. इन गड़बड़ियों की वजह से या तो फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जाती है या उड़ान भरने से रोक दिया जाता है.बहुत जरूरी है कि समय रहते ऐसे मामलों को लेकर कड़ी जांच पड़ताल कराई जाए. आज इंडिगो की खिड़की से इंजन में लगी आग को यात्रियों ने देखा तो सभी में घबराहट फैल गई.
29 अक्टूबर यानी आज इंडिगो फ्लाइट के इंजन में आग तो वहीं इससे पहले, 28 अक्टूबर को एयर इंडिया की फ्लाइट में तकनीकी खराबी. 27 अक्टूबर को अकासा एयर की फ्लाइट से पक्षी टकराने की घटना सामने आई. एकाएक ऐसी घटनाएं सामने आने लगी हैं. हालांकि, इन घटनाओं से निपटारा कर लिया गया था लेकिन, बार-बार गड़बड़ी होने के कारण लोगों के मन में फ्लाइस्ट्स को लेकर डर बैठा जा रहा है.
स्पाइसजेट की फ्लाइस्ट्स में सबसे ज्यादा खराबी की घटनाएं सामने आ रही हैं. कंपनी के आठ विमानों में खराबी रिपोर्ट की गई है. हालांकि, इसे लेकर डीजीसीए ने कड़ा रुख अपनाया है. डीजीसीए का निर्देश है कि किसी भी एयरलाइंस के विमान को बेस या एयरपोर्ट से तभी उड़ान भरने की इजाजत दी जाएगी, जब लाइसेंस प्राप्त स्टाफ ने उसकी सुरक्षा को लेकर मंजूरी दे दी हो.
फ्लाइट्स में गड़बड़ी का मतलब है भारी संख्या में लोगों की जान को नुकसान पहुंचना. एक बार भी किसी खतरे की घंटी को नजरअंदाज किया जाता है तो सैंकड़ों लोगों की जान पर बन आएगी. विमानों में ऑक्सीजन की कमी, इंजन में आग लग जाना, बर्ड हिट ये सभी ऐसी स्थिति हैं, जिसमें बड़ा नुकसान हो सकता है. स्पाइसजेट की फ्लाइट में एक गंभीर खराबी भी सामने आ चुकी है, जब विमान के दरवाजे से ऑक्सीजन की लीकेज थी. पायलट ने चंद सेंकेंड में समझदारी दिखाते हुए विमान को रनवे पर रफ्तार भरने से पहले ही लौटा लिया था.
अगर पायलट इसपर ध्यान नहीं देता तो एक बड़ा हादसा होने में समय नहीं लगता. हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2021 में चार हवाई दुर्घटनाएं हुईं हैं, जबकि 2020 में दो और पिछले दो सालों में एक-एक दुर्घटना हुईं. इससे पता चलता है कि देश का नागरिक उड्डयन क्षेत्र सुरक्षित है. लेकिन, विमानों में लगातार हो रही गड़बड़ी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
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