द लीडर : देश में कोरोना संक्रमण के कारण हाहाकार मचा है. इसी बीच पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, तमिलनाडु, असम और केरल में विधानसभा चुनाव हुए हैं. 2 मई को चुनावी नतीजे आएंगे. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के एक धड़े और पत्रकारों ने इन नतीजों की लाइव कवरेज का बहिष्कार किया है. स्पष्ट किया है कि अंतिम परिणाम बता दिए जाएंगे. (Electronic Media Denied Coverage Election Results )
भारत समाचार के संपादक बृजेश मिश्रा ने शुक्रवार को ये ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा-भारत समाचार में हम 2 मई की मतगणना की कवरेज नहीं करेंगे. इसी दिन यूपी में पंचायत चुनाव के नतीजे भी आने हैं. लेकिन हम स्वयं को इससे अलग करते हैं. हमारी प्राथमिकता अपनों को बचाना है. उन्हें ऑक्सीजन, बेड, जीवन रक्षक दवाएं कैसे मिलें, ये खबर दिखाएंगे. मतगणना के अंतिम नतीजे बता दिए जाएंगे.
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भारत समाचार मे हम 2 मई की मतगणना की कवरेज नहीं करेंगे। इसी दिन यूपी मे पंचायत चुनाव के भी नतीजे आने हैं। लेकिन हम स्वयं को इससे अलग करते है। हमारी प्राथमिकता अपनो को बचाना है। उन्हें ऑक्सीजन, बेड और जीवन रक्षक दवाएं कैसे मिले ये खबर दिखाएंगे। मतगणना के अंतिम नतीजे बता दिए जायेंगे
— Brajesh Misra (@brajeshlive) April 30, 2021
भारत समाचार के इस फैसले को सोशल मीडिया पर लोगों को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रिनवास ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जिस देश में सत्ताधीशों की संवेदनाएं मर चुकी हो,
उस दौर में ये संवेदनशीलता उन्हें आईना दिखाने काफी है,एक शानदार निर्णय, आपको साधुवाद ब्रजेश जी 🙏
— Srinivas BV (@srinivasiyc) April 30, 2021
जमीयत उलमा ए हिंद ने लिखा, जिस दिन मिडिया अपना फर्ज समझ जाएगी, उसी दिन से मुल्क मे चल रही नफरत की आग बुझ जाएगी. बृजेश मिश्रा की तरह और भी एंकर्स अपना असल फर्ज निभाने की कोशिश करें।
https://twitter.com/jamiatulama_/status/1388103982703210496?s=20
बृजेश मिश्रा के अलावा टीवी और प्रिंट मीडिया के कई अन्य पत्रकार भी चुनावी परिणाम की कवरेज न करने की मुहिम में शामिल हो रहे हैं. दरअसल, शुक्रवार को ही आज तक के वरिष्ठ पत्रकार और एंकर रोहित सरदाना की कोराना से मौत हो गई. इससे पत्रकारों को गहरा आघात लगा है.
आज तक के न्यूज एंकर रोहित सरदाना, पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराब और कवि कुंवर बेचैन का निधन
रोहित की मौत के बाद लोग सरकार और मीडिया पर प्रश्न उठा रहे हैं. और इस भयावह स्थिति के लिए सरकार और संस्थाानों की आलोचना कर रहे हैं.