द लीडर हिंदी : मुक़द्दस महीना रमज़ान रुख़्सत होने की दहलीज़ पर खड़ा है. ईद मनाने के लिए चांद का इंतज़ार हो रहा है. चांद आज दिखेगा या कल इसे लेकर हिंदुस्तान भर में बहस चल रही है. क़यास लगाए जा रहे हैं. इस बीच सऊदी अरब में चांद नहीं दिखने की इत्तेला है. लिहाज़ा वहां 30 रोज़े पूरे होने के बाद ईद बुधवार को मनाई जाएगी. हिंदुस्तान में चंद घंटे के बाद जब सूरज ढलेगा तो तय होगा कि रमज़ान के रोज़े इस बार 29 होंगे या 30.
लिहाज़ा शाम के वक़्त चांद देखने की कोशिशें शिद्दत के साथ की जाएंगी. उसके लिए दरगाह आला हज़रत के मरकज़ी दारुल इफ़्ता से आह्वान भी किया गया है. काज़ी-ए-हिंदुस्तान एवं रोयत-ए-हिलाल कमेटी के अध्यक्ष मुफ़्ती मुहम्मद असजद रज़ा क़ादरी ने कहा है कि सभी चांदे देखने का एहतमाम करें. जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के मीडिया पर्सन मुईन ख़ान ने बताया कि चांद की शहादत के लिए हेल्पलाइन नंबर 8126500700, 9411090486, 9548291535, 9411472901, 7055078621 जारी किए गए हैं.
चांद देखने के बाद इन नंबर पर राब्ता किया जा सकता है. मरकज़ी दारुल इफ़्ता के मुफ़्ती अब्दुर्रहीम नश्तर फ़ारूकी ने कहा है कि चांद दिखने के बाद गवाही सामने आकर ही दें. बहरहाल, शाम होने से पहले चांद को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है. चूंकि सऊदी अरब में चांद एक दिन पहले नज़र आ जाता है, इसलिए माना जा रहा है कि जब वहां नहीं दिखा तो इस एतबार से हिंदुस्तान में ईद जुमेरात यानि गुरुवार को होगी. दूसरी तरफ़ ईदगाह से लेकर दरगाह आला हज़रत और तमाम मस्जिदों में ईद की नमाज़ का वक़्त भी तय कर लिया गया है.
दरगाह आला हज़रत के मीडिया प्रभारी नासिर क़ुरैशी ने बताया कि सबसे पहले सुबह सवा छह बजे ईद की नमाज़ रेलवे जंक्शन के पास नूरी मस्जिद और मलूकपुर की नूरी रज़ा तंबाकू वाली मस्जिद में होगी. बाक़रगंज की ईदगाह में सुबह साढ़े 10 बजे, दरगाह आला हज़रत पर 11 बजे, जामा मस्जिद क़िला में साढ़े 9 बजे और इसी वक़्त पर ईद की नमाज़ ख़ानक़ाह नियाज़िया में भी अदा की जाएगी. दरगाह शाह शराफ़त अली मियां में सुबह 7 बजे, दरगाह ताजुश्शरिया में पौने 8 बजे, वली मियां की दरगाह में 8 बजे, ख़ानक़ाह वामिक़िया निशातिया में सवा 8 बजे और दरगाह बशीर मियां में साढ़े 8 बजे होगी. ख़ैर देखते हैं कि चांद शाम को दिखता है कि नहीं.