द लीडर हिंदी : सुपर पावर देश अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रैली में गोलीबारी की घटना के बाद अब सीक्रेट सर्विस पर भी उंगलियां उठ रही हैं. डोनाल्ड ट्रंप पर हमले की घटना ने पूरे अमेरिका में तहलका मचा कर रख दिया है..ट्रंप पेंसिलवेनिया में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी अचानक से उन पर हमला हुआ. इस हमले में वो घायल हो गए.लेकिन कई सवाल तैयार हो गए. कैसे सबसे शक्तिशाली मुल्क के पूर्व राष्ट्रपति पर जानलेवा हमला.सुरक्षा पर कई सवाल उठने लगे. लेकिन अब ट्रंप पर हुए इस हमले को सुरक्षा में हुई स्पष्ट चूक बताया जा रहा है. हालांकि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने ख़ुद सीक्रेट सर्विस को गोलीबारी की घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए शुक्रिया कहा. लेकिन इसके बाद भी सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं.
कुछ लोग इस घटना को सीक्रेट सर्विस की नाकामी भी बता रहे हैं. वहीं अमेरिकी संसद के स्पीकर माइक जॉनसन ने वादा किया है कि सदन घटना की पूरी जांच करेगा. स्पीकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अमेरिकी लोगों को सच्चाई जानने का पूरा हक़ है.” “हम सीक्रेट सर्विस डायरेक्टर किम्बर्ली चीटल, डीएचएस और एफ़बीआई के दूसरे अधिकारियों को जल्द से जल्द हमारी समितियों के सामने सुनवाई के लिए पेश करेंगे.” वहीं एक प्रवक्ता ने द हिल को बताया कि सीक्रेट सर्विस ने हमले के बारे में सदन की निगरानी समिति को जानकारी देने पर सहमति जताई है.
रिटायर्ड सीक्रेट सर्विस सुपरवाइज़र बॉबी मैकडोनाल्ड ने रॉयटर्स को बताया कि, “ट्रंप के साथ हमेशा मज़बूत सुरक्षा व्यवस्था रहती है, लेकिन हो सकता है कि उन्हें सभी उपलब्ध संसाधनों तक पहुंच न हो.” उनका मानना है कि घटना के कुछ पहलुओं की जांच की जाएगी. बॉबी ने आगे कहा कि, “सीक्रेट सर्विस अब देखेगी कि क्या हुआ और कैसे वे फिर से अपने सुरक्षात्मक तरीक़ों को और बेहतर बना सकते हैं ताकि यह तय किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हों.”