द लीडर : उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. जहां कपिल कश्यप नामक एक युवक दो मासूम बच्चियों को अगवा करके जंगल ले गया. जिनके नाम सानिया और शिफ़ा हैं. पुलिस के सर्च ऑपरेशन में शिफ़ा तो ज़िंदा मिली, लेकिन सानिया की लाश बरामद हुई है. पुलिस ने आरोपी कपिल कश्यप को गिरफ़्तार कर लिया है.
आठ साल की सानिया और 6 वर्षीय शिफ़ा दोनों चचेरी बहने हैं. गुरुवार को दोनों घर के बाहर खेल रही थीं. तभी कपिल कश्यप आया और बच्चियों को आइसक्रीम खिलाने का लालच दिया. वो दोनों बच्चियों को साईकिल से जंगलों की तरफ ले गया. वहीं, बच्चियों के ग़ायब होने पर घरवाले बेचैन हो गए. पुलिस में सूचना दी. तो पुलिस एक्टिव हुई और लड़कियों की तलाशी शुरू कर दी.
गाज़ियाबाद के एसपी देहात ईराज राज़ा ने कहा कि लड़कियों की तलाशी के लिए चार थानों की पुलिस लगाई गई थी. रातभर सर्च ऑपरेशन चला. जिसमें एक लड़की सकुशल मिली है, जबकि सुबह को दूसरी लड़की की लाश मिली है.
घटना गाज़ियाबाद के मोदीनगर इलाके के रोरी गांव की है. पुलिस के मुताबिक एक बच्ची की हत्या गला दबाकर की गई है. आरोपी कपिल कश्यप रोपी गांव की है. ग्रामीणों का कहना है कि बच्चियों के अपहरण के बाद शिकायत दर्ज कराई थी. एसएसपी मुनिराज के साथ पुलिस ने बच्चियों की तलाशी के लिए ऑपरेशन चलाया.
शुक्रवार की सुबह क़रीब साढ़े दस बजे दूसरी बच्ची की एक खेत में लाश मिली है. जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आरोपी ने अपहरण के बाद बच्ची की हत्या क्यों की है? इसको लेकर बहुत सारे आरोप और सवाल हैं. जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच के बाद सामने आएंगे. बहरहाल, आरोपी गिरफ़्तार हो गया है. और बच्चियों के घरों में कोहराम मचा है.
ये घटना ऐसे समय सामने आई है, जब यूपी के हमीरपुर में एक लड़की को निर्वस्त्र करके पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. छह लड़के लड़की को बेरहमी से पीट रहे हैं और वो रहम की भीख मांग रही हैं. जब ये वीडियो लोगों का दिल दहला रहा है, तभी गाज़ियाबाद से दो मासूम बच्चियों के अपरण, जिसमें एक की लाश मिलने की घटना प्रकाश में आई है.
हमीरपुर में लड़की की पिटाई करने के आरोपियों में से 3 को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. जबकि तीन लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए दबिश दी जा रही है.
यूपी के नोएडा में कुछ दिन पहले ही श्रीकांत त्यागी का एक महिला को धमकाने का वीडियो सामने आया था, जिस पर काफ़ी हंगामा मचा. आख़िर में पुलिस-प्रशासन हरकत में आया और आरोपी श्रीकांत त्यागी के ख़िलाफ सख़्ती दिखाई थी. त्यागी अभी जेल में है, तो इसी बीच त्यागी समाज ने एक महापंचायत का ऐलान कर रखा है.
महिलाओं और बच्चियों के साथ इस तरह की घटनाओं से शासन, प्रशासन के साथ सरकार असहज है. और क़ानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है.
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