द लीडर हिंदी, नई दिल्ली। एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर का खतरा कम होता दिख रहा है तो वहीं तीसरी लहर को लेकर लोगों में खौफ है, वहीं एक्सपर्ट का मानना है कि, देश में अक्टूबर महीने तक कोरोना वायरस की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है.
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अगले 6-8 हफ्तों में दस्तक दे सकती है तीसरी लहर
एम्स के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि, देश में अगले 6-8 हफ्तों में कोरोना महामारी की तीसरी लहर की दस्तक हो सकती है और इसे रोकना असंभव है. उन्होंने कहा कि, देश की मुख्य चुनौती एक बड़ी आबादी का टीकाकरण कर ज्यादा लोगों को कवर करना है.
अनलॉक होते ही कोविड प्रोटोकॉल की कमी
डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि, हमने अनलॉक करना शुरू कर दिया है, लेकिन फिर से कोविड प्रोटोकॉल की कमी है. पहली और दूसरी लहर के बीच जो हुआ उससे हमने सीखा नहीं है. फिर से भीड़ बढ़ रही है और लोग इकट्ठा हो रहे हैं.
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राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ने में कुछ समय लगेगा और ये अगले छह से आठ हफ्तों के भीतर हो सकता है या इसमें थोड़ा लंबा समय हो सकता है.
देश की करीब 5 फीसदी आबादी को लगी दोनों डोज
उन्होंने कहा कि, ये सब इस बात पर निर्भर करता है कि हम कोविड प्रोटोकॉल और भीड़ को रोकने के मामले में कैसे आगे बढ़ते हैं. देश की करीब 5 फीसदी आबादी को ही अब तक दोनों डोज लगाई जा चुकी है.
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सरकार का लक्ष्य इस साल के अंत तक देश में 130 करोड़ से अधिक लोगों के 108 करोड़ लोगों का टीकाकरण करना है और यही मुख्य चुनौती है.
कोविड प्रोटोकॉल के साथ सख्त निगरानी की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि, एक नई लहर में आमतौर पर तीन महीने तक लग सकते हैं, लेकिन अलग-अलग फैक्टर्स के आधार पर इसमें बहुत कम समय भी लग सकता है. साथ ही कोविड प्रोटोकॉल के अलावा हमें सख्त निगरानी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है. पिछली बार हमने एक नया वेरिएंट देखा, जो बाहर से आया और यहां विकसित हुआ.
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