द लीडर हिंदी: कोरोना महामारी के चार साल से ज्यादा का समय बीत गया है.भारत में कोविड-19 का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को केरल के त्रिशूर में सामने आया था. लेकिन इसका खौफ अब भी कम नहीं हुआ है.क्योकि दुनिया में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है. दरअसल कोविड वायरस के XEC वेरिएंट के केस सामने आए हैं. इस वेरिएंट के मामले यूरोप, उत्तरी अमेरिका में रिपोर्ट किए गए हैं.
वही कई यूरोपीय देश इससे प्रभावित देखे जा रहे हैं.वैज्ञानिकों ने चेताया है कि संक्रमण के मामले अन्य महाद्वीपों में भी बढ़ सकते हैं इसलिए सभी देशों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है. गौरतलब है कि दो-तीन महीनों के अंदर ही ये नया वेरिएंट 27 से अधिक देशों में रिपोर्ट किया जा चुका है.एक्सईसी (XEC Covid) के बारे में विशेषज्ञों को अभी ज्यादा जानकारी नहीं है, हालांकि प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि ये शरीर में बनी प्रतिरोधक क्षमता को आसानी से चकमा देकर संक्रमण फैला सकता है. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले या फिर पहले से कोमोरबिडिटी के शिकार लोगों के लिए ये खतरनाक भी हो सकता है.
वही सीडीसी के मुताबिक, XEC वेरिएंट के केस यूरोप, उत्तरी अमेरिका में रिपोर्ट किए गए हैं. एक्सईसी वेरिएंट के केस पौलैंड, नॉर्वे, लक्ज़मबर्ग, यूक्रेन, पुर्तगाल, अमेरिका और चीन सहित 27 देशों में आ चुके हैं. सबसे ज्यादा मामले यूरोप के देशों में दर्ज किए जा रहे हैं. इस वेरिएंट में लगातार म्यूटेशन हो रहा है और आने वाले दिनों में केस बढ़ने की आशंका है. हालांकि दुनियाभर में कोविड के खिलाफ हो चुके वैक्सीनेशन से इस वेरिएंट का गंभीर असर होने की आशंका कम है.
क्या हैं एक्सईसी वेरिएंट के लक्षण जानें ?
तेज बुखार
खांसी
थकान
शरीर में दर्द
ऐसे करें बचाव
भीड़ वाले इलाकों में मास्क लगाकर जाएं
किसी व्यक्ति में फ्लू के लक्षण हैं तो उससे दूरी बनाकर रखें.
हाथ धोकर भोजन करें
खानपान का ध्यान रखेंhttps://theleaderhindi.com/delhis-crown-will-adorn-atishis-head-she-will-take-oath-as-cm-this-evening/