महाराष्ट्र। देश में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है. उससे लोगों में अब भय पैदा होने लगा है. देशभर में कोरोना वायरस की ताजा लहर हर किसी को अपनी चपेट में ले रही है. जो राज्य अपना पीक देख चुके हैं, वहां भी कोरोना से हालात बेकाबू हो चले है. सबसे बुरे हालात तो महाराष्ट्र और मुंबई जैसे शहरों के है. जहां आबादी ज्यादा है वहां कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है.
यह भी पढ़े: कहां मालदा कहां दिल्ली लेकिन इंदिरा गांधी तक पहुंचती थी ये मिठाई
पिछले 6 महीने के सभी रिकॉर्ड टूटे
इस वक्त सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है. जहां बीते दस दिन से करीब हर रोज 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे है. बीते दिन भी महाराष्ट्र में 56 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए. सिर्फ मुंबई में ही करीब 9 हजार से ज्यादा कोरोना के केस सामने आए है. इसके अलावा दिल्ली में भी बीते दिन साढ़े सात हजार से ज्यादा मामले सामने आए है, जिन्होंने पिछले करीब 6 महीने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है.
रेमडेसिविर के इंजेक्शन की किल्लत, मेडिकल पर भीड़
महाराष्ट्र में बढ़ते संक्रमण के बीच रेमडेसिविर के इंजेक्शन की किल्लत हो गई है. मुंबई, पुणे और नागपुर समेत राज्य के कई शहरों में मेडिकल स्टोर के बाहर इसे खरीदने के लिए लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. भीड़ की वजह से कई जगह पुलिस भी तैनात करनी पड़ी. स्वास्थ्य विभाग ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी रोकने के लिए इसकी कीमत 1100 से 1400 रुपए तय करने का फैसला किया है.
यह भी पढ़े: #CoronaVirus: कोरोना केसों में उछाल, एक दिन में 1,31,968 नए मामले, 780 की मौत
एक्टिव मामले में दुनिया में 7वें नंबर पर महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में अभी 5,21,317 मरीज एक्टिव पेशेंट हैं. इस मामले में महाराष्ट्र दुनिया में 7वें नंबर पर पहुंच चुका है. राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 32,29,547 तक पहुंच चुकी है. इनमें से अब तक कुल 26,49,757 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 57,028 की जान जा चुकी है.
मुंबई के बाजारों में भीड़
मुंबई में पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना संक्रमण के 8,938 नए मामले सामने आए हैं और 23 मौतें दर्ज की गई हैं. इसके बावजूद लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. दादर सब्जी मंडी में हजारों की भीड़ सब्जी मंडी में पहुंची. मंडी के बाहर भारी पुलिसबल भी तैनात है, इसके बावजूद भीड़ पर काबू नहीं पाया जा सका.
149 जिलों में कोरोना के एक भी केस नहीं-हर्षवर्धन
हर्षवर्धन ने कहा कि, भारत में 9 करोड़ 43 लाख 34 हजार 262 खुराक लोगों को दी जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 36 लाख 91 हजार 511 लोगों को टीका लगाया गया है. जबकि पिछले हफ्ते एक दिन में 43 लाख वैक्सीनेशन हुए थे. जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. उन्होंने बताया कि, देश में कोरोना की दूसरी लहर में मृत्यु दर कम हुई है. हालांकि उन्होंने रिकवरी रेट घटने की भी बात कही. वहीं उन्होंने कहा कि देश के 149 जिले ऐसे हैं जहां पिछले सात दिन से कोरोना के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं.
टीके की कमी पर राज्य और केंद्र आमने-सामने
दरअसल, टीकाकरण को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है. हर्षवर्धन ने कहा कि, देश में टीके की कोई कमी नहीं है. टीके की कमी कहने वाले लोग राजनीति कर रहे हैं. पिछले दिनों कई राज्य सरकारों ने वैक्सीनेशन कम होने का दावा किया है. महाराष्ट्र, दिल्ली, यूपी, ओडिशा, झारखंड समेत अन्य राज्यों में पर्याप्त मात्रा में कोरोना टीके का स्टॉक नहीं होने से केंद्रों पर वैक्सीनेशन का काम रोक दिया गया है. बता दें कि, पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे कह रहे है कि, केंद्र सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है. महाराष्ट्र में वैक्सीन की किल्लत की वजह से लोगों को बिना टीका लगाए ही वापस भेजा जा रहा है.
यह भी पढ़े: ईस्टर हमले के दो साल :श्रीलंका में 11 इस्लामिक संगठनों पर प्रतिबंध