कांग्रेस नेता जमीर अहमद खान कुमारस्वामी से बोले- कर्नाटक के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में एक मुस्लिम का नाम बताएं

द लीडर। यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में अगले साल चुनाव है. जिसको लेकर सभी पार्टियां जोरों शोरों से जनता को लुभाने में लगी है. लेकिन वहीं चुनाव से पहले पार्टियों पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. बता दें कि, बेंगलुरु कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने हाल ही में आरोप लगाया था कि, कांग्रेस राज्य में अल्पसंख्यकों को नष्ट करने की कोशिश कर रही है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के इस आरोप पर अब पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता बीजेड जमीर अहमद खान ने रविवार को जनता दल-सेक्युलर नेता से अगले चुनाव के लिए मुस्लिम नाम की घोषणा करने को कहा. उन्होंने कहा कि, अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो क्या राज्य के लिए मुख्यमंत्री मुस्लिम उम्मीदवार हो सकता है.


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मुस्लिम उम्मीदवार की घोषणा करने के लिए पार्टी को मनाएं

उन्होंने कहा कि, सिद्धारमैया के खिलाफ आरोप लगाने के बजाय अपनी पार्टी को कर्नाटक में अगले मुख्यमंत्री पद के लिए मुस्लिम उम्मीदवार या अल्पसंख्यक उम्मीदवार की घोषणा करने के लिए मनाएं. पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ बात करना और आरोप लगाना उनके गैर जिम्मेदाराना व्यवहार को दर्शाता है. जमीर अहमद खान ने कहा कि, सिद्धारमैया ने अल्पसंख्यक समुदाय के लाभ के लिए सब कुछ किया है, और आरोप लगाया कि, जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा को अल्पसंख्यक समुदाय की कोई चिंता नहीं है.

ऐसे मौके थे जहां मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव जीत सकते थे

उन्होंने कहा कि, हसन और रामनगर में ऐसे मौके थे जहां मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव जीत सकते थे लेकिन उन्होंने हसन और रामनगर में अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया. और, अब वह आरोप लगा रहे हैं. खान ने कहा कि, मांड्या में अपने बेटे की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री जाफर शरीफ के पोते को टिकट क्यों नहीं दे सके? यह मूर्खतापूर्ण पारिवारिक राजनीति है.


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किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा इसका फैसला पार्टी करेगी

गौरतलब हो कि, एचडी कुमारस्वामी ने पहले आरोप लगाया था कि, कांग्रेस और सिद्धारमैया कर्नाटक में अल्पसंख्यकों को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं हाल ही में कर्नाटक में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने रविवार को कहा कि पार्टी उच्च कमान ही ये फैसला करेगी कि, 2023 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिसके भी नाम का चयन होगा, सब उसे स्वीकार करेंगे.

कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने ये भी साफ कर दिया है कि, उन्हें राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में कोई रुचि नहीं है और वह राज्य की राजनीति में ही बने रहना चाहते हैं. सिद्धारमैया से जब पूछा गया कि अगर कांग्रेस 2023 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीत लेती है, तो क्या वह मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे.


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indra yadav

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