द लीडर हिंदी : वक़्फ़ क़ानून महाराष्ट्र चुनाव में मुद्दा बनता दिख रहा है.क्योकि मुल्क के तीसरे सबसे बड़े ज़मीनी ख़ज़ाने से जुड़े वक़्फ़ क़ानून में बदलाव के बिल पर संसद से लेकर बाहर तक दो-दो हाथ हो रहे हैं. सबसे ज़्यादा तनातनी मुंबई में देखने को मिल रही है. धुरविरोधी क्या लोकसभा का चुनाव साथ मिलकर लड़ने वाले दल भी आपस में भिड़े दिख रहे हैं. मुंबई जाकर आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान भी वहां बड़ी बात कह आए हैं.वही यह लड़ाई शिवसेना बनाम शिवसेना में भी बदल रही है. दरअसल कुछ लोगों ने शिवसेना प्रमुख उद्धव गुट के मातोश्री पर प्रदर्शन करके उसके सांसदों के बिल पेश होने पर संसद से ग़ायब होने पर नाराज़गी जताई थी. और जानबूझकर ऐसा करने का इल्ज़ाम लगाया था.
इस पर समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी और एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिस पठान ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. शिवसेना उद्धव गुट के प्रवक्ता संजय राउत ने इसका करारा जवाब दिया और बतौर सुबूत कुछ फोटो भी पेश किए हैं. मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान मुंबई की लीडरिशिप समिट 2024 में हिस्सा लेने गए थे. वहां जब उनसे वक़्फ़ एक्ट में बदलाव पर सवाल हुआ तो एक बड़ी कारोबारी हस्ती पर चोट की है .बता दें देश में इस समय वक्फ बोर्ड संशोधन बिल चर्चा का विषय बना हुआ है. मोदी सरकार ने बीते गुरुवार को वक्फ बोर्ड एक्ट में बदलाव के लिए संशोधन विधेयक को संसद में पेश किया था.
इस विधेयक पर हुई डिबेट के दौरान शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद सदन से नदारद रहे थे. इसी के विरोध में मुस्लिमों ने मुंबई में उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर प्रदर्शन किया.मातोश्री के बाहर इन प्रदर्शनों पर शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत ने कहा कि जो लोग मातोश्री के बाहर प्रोटेस्ट कर रहे हैं, उनमें से आधे अपराधी हैं.इन्हें एकनाथ शिंदे ने प्रोटेस्ट करने के लिए भेजा है. राउत ने इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ तस्वीरें भी दिखाईं और शिवसेना के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को शिंदे के आदमी बताया.
संजय राउत ने कहा कि मातोश्री के बाहर सुपारी का कार्यक्रम चलता है. मुंबई में सुपारी का बहुत व्यापार चल रहा है और मुंबई में सुपारी का बहुत व्यापार चल रहा है और यह सब दिल्ली के रास्ते होता है. इस मामले में मातोश्री के बाहर जो प्रदर्शन हुआ .वहां भी ऐसे ही लोग थे. ये पैसा देकर सुपारी देकर भेजे हुए लोग थे. बहरहाल जिस तरह से वक़्फ़ कानून में बदलाव के बिल पर राजनेता भिड़ रहे हैं. उससे साफ है कि यह विधानसभा के चुनाव में मुद्दा बनता दिख रहा है. अब अगर संशोधन विधेयक पास हो जाता है तो देशभर में इसका बहुत बड़ा असर सामने आएगा, क्योंकि दीनी गलियारों से भी इसका विरोध हो रहा है.https://theleaderhindi.com/doctors-nationwide-strike-continues-in-kolkata-rape-murder-case-patients-have-to-wait-for-hours/