द लीडर हिंदी : राजधानी शिमला में संजौली मस्जिद विवाद अभी थमा ही नहीं रहा थी कि कर्नाटक में भी धार्मिक विवाद खड़ा हो गया.यहां मांड्या के नागमंगला कस्बे में भगवान गणेश की प्रतिमा की शोभायात्रा में हिंसा भड़क गई.जुलूस के दौरान दो पक्षों में विवाद के बाद हिंसक झड़प हो गई.जिसके बाद पुलिस ने करीब 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.ये पूरा मामला बुधवार देर रात का बताया जा रहा है.
वही प्रशासन का कहना है कि गणपति विसर्जन के जुलूस के दौरान पत्थरबाज़ी की घटना हुई, हालांकि अब हालात काबू में है. मांड्या के एसपी मल्लिकार्जुन मालादांडी ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि “कल गणेश विसर्जन के दौरान जब ये जुलूस एक संवेदनशील एरिया में पहुंचा तो वहां लोगों ने विरोध किया. जिसके बाद दो गुट आपस में भिड़ गये. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थिति अभी नियंत्रण में है.
” उनके मुताबीक “कुछ लोग घायल हैं, दो पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं.” एसपी के मुताबिक, “हमने पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं. अब लोगों की रोज़मर्रा की गतिविधियां चल रही है. ज़िला कलेक्टर के आदेशानुसार स्कूल और कॉलेज बंद किए गए हैं. कार्रवाई चल रही है.” उधर राज्य के गृहमंत्री जी परमेश्वरा ने कहा, “अभी हालात नियंत्रण में हैं और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
दोनों पक्षों के 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.” पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “वरिष्ठ अधिकारी वहाँ स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं. अब चिंता की कोई बात नहीं है. वहां अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किया गया है. एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर भी वहां गए हैं.”बता दें कि जब बदरिकोप्पलु गांव से श्रद्धालु शोभायात्रा निकाल रहे थे, तब दो समूहों के बीच बहस हो गई और कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया, जिससे स्थिति बिगड़ गई.
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबीक दोनों समूहों के बीच झड़प के बाद कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की गई और वाहनों में आग लगा दी गई.वही पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को संभालने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. इस दौरान दो पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग घायल हो गए.