द लीडर। उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए चुनाव से पहले प्रचार के दौरान योगी सरकार के पार्ट वन में चलाए गए बुलडोजर का काफी जिक्र हुआ। रैलियों से लेकर गलियां तक पर लोगों की जुबां पर बुलडोजर छाया रहा। यही नहीं मंचों से भी जहां मुख्यमंत्री योगी के ही नहीं भाजपा आलाकमान के शब्दों में भी बुलडोजर का इस्तेमाल हुआ तो वही विरोधी पार्टियों ने भी जमकर बुलडोजर के नाम पर सियासी तीर छोड़े।
यहां तक कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री का नाम ही बुलडोजर बाबा रख कर संबोधन किया। अब योगी आदित्यनाथ की पार्ट 2 की सरकार शुरू हो चुकी है। लोगों में फिर से बुलडोजर का डर सताने लगा है।
मकान तुड़वाने के लिए प्रशासन से गुहार
लेकिन इन सबके बीच जिला रामपुर में एक अजीबोगरीब वाकिया उस समय सामने आया जब एक मकान मालिक ने तालाब पर बने अपने ही मकान को तुड़वाए जाने की गुहार एसडीएम से लगा डाली।
यह भी पढ़ें : राजस्थान के करौली में सांप्रदायिक हिंसा के बाद लगाया गया कर्फ्यू, इंटरनेट भी बंद, जानें पूरा मामला ?
जी हां रामपुर की तहसील शाहाबाद अंतर्गत गांव मित्रपुर आरेला के बाशिंदों ने अपने ज्यादातर मकान पुराने जमाने से पट चुके तालाब और कब्रिस्तान पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर बना रखे हैं। योगी सरकार बनने के बाद लोगो में सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे हटाए जाने का अभियान शुरू हो चुका है।
इसी के मद्देनजर गांव के ही एक एहसान नाम के शख्स ने सरकारी एक्शन से पहले ही एसडीएम अशोक चौधरी के पास पहुंचकर अपना मकान गिराए जाने की अर्जी लगा डाली है। एहसान की अर्जी के बाद जहां गांव में हड़कंप मच गया है। तो वही प्रशासन भी उसकी इस कार्यशैली से हैरान है। और काफी अचंभित नजर आ रहा है। बहरहाल, अतिक्रमण कब हटेगा और कब एहसान का मकान गिरेगा यह तय करने की बारी अब प्रशासन के कांधे पर आ गई है।
शिकायतकर्ता एहसान ने बताया कि, मैं मित्रपुर अरेला शाहबाद जिला रामपुर का स्थानीय निवासी हूं। मेरा पुश्तैनी मकान दादा परदादा के टाइम का मकान हैं। नक्शे में देखा गया है कि, वह तालाब की जमीन पाईं गई है। मैंने एसडीएम साहब से आपत्ति लगाई।
उसने बताया कि, वहां मेरा ही विरोध शुरू हो गया कि तुम ही चाहते हो घर गिराना और कोई नहीं चाहता वहां पर काफी घर बने हुए हैं। तालाब में मौजूदा प्रधान का घर है। और भी घर है। वहीं एहसान ने अपनी जान को खतरा भी बताया है। उसने कहा कि, मैं प्रशासन से अपील करता हूं या तो मुझे सिक्योरिटी प्राप्त की जाए वरना इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
यह भी पढ़ें : इस साल के तापमान ने तोड़ा 122 सालों का रिकॉर्ड : मार्च महीने में गर्मी ने ढाया सितम