द लीडर हिंदी, नई दिल्ली। देश में जहां दूसरी लहर काबू में आती दिख रही है तो वहीं केरल ने अभी भी डराया हुआ है. केरल में कोरोना वायरस के मामले तो लगातार बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन इस बीच एक चिंता की बात ये भी है कि, केरल में 40 हजार से ज्यादा ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के मामले भी सामने आए हैं. जिसके बाद केरल में वायरस के नए वैरिएंट के फैलने की आशंका जताई जा रही है.
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क्या आप जानते है कि, ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन क्या है. और ये कैसे एक-दूसरे में फैलता है. बता दें कि, अगर कोई व्यक्ति वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमित हो जाता है तो उसे ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन कहते है. केरल में ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के 40 हजार से ज्यादा मामले सामने आए है. जिसने एक बार फिर देश की चिंता बढ़ा के रख दी है.
ब्रेकथ्रू इंफेक्शन क्या होता है ?
भारत में लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए इस समय कोविशील्ड और कोवैक्सीन दी जा रही है. लाखों लोग वैक्सीन के डो डोज का फायदा उठा चुके हैं लेकिन उन्हें भी मास्क के साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की सलाह दी जा रही है. दरअसल, वैक्सीन के दोनों डोज के लगने के बाद भी कोरोना संक्रमण लोगों को हो रही है. जिसे ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन कहा जा रहा है. ब्रेकथ्रू इंफेक्शन का अर्थ यह है कि, अगर वैक्सीन की दो डोज ले चुके है उसके बाद भी आप संक्रमित हो रहे है.
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बताया जा रहा है कि, देशभर में 1 लाख से ज्यादा ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 40 हजार से ज्यादा अकेले केरल में हैं. हाल ही में केरल का दौरा करके वापस लौटी केंद्र की टीम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि, वैक्सीनेशन के बाद और ठीक होने के बाद दोबारा संक्रमित होने के पीछे वायरस का नया म्यूटेशन हो सकता है, जो लोगों की इम्युनिटी कमजोर कर रहा है.
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल
बताया जा रहा है कि, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए ऐसे सभी मरीजों के सैम्पल मांगे गए हैं, ताकि यह समझा जा सके कि इतने बड़े पैमाने पर इम्युनिटी एस्केप करके ब्रेकथु इन्फेक्शन’ कैसे हो रहा है? सबसे ज्यादा ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन पाथनामथिट्टा ज़िले में दिखा है. टीके की पहली और दूसरी डोज के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं. पाथनामथिट्टा में पहली डोज के बाद 14974 और दूसरी डोज के बाद 5042 लोग संक्रमित मिले हैं.
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देश के आधे नए केस केरल से ही मंगलवार को देश भर में कोरोना के 38,353 नए केस सामने आए हैं, जिनमें आधे से ज्यादा मरीज अकेले केरल में मिले हैं. केरल में बीते दिन 21,119 नए मामले मिले हैं. इतना ही नहीं, मंगलवार को देश में 497 मरीजों की मौत हुई है, जिनमें से 152 मरीज केरल के थे. केरल में सबसे ज्यादा 1.72 लाख एक्टिव केस हैं.
अमेरिका में 99.99 फीसदी लोग ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन का शिकार
बता दें कि, अमेरिका में कोरोना संक्रमण के मामले हाल में तेजी से बढ़े हैं, लेकिन ब्रेकथ्रू इन्फ्रेक्शन्स के शिकार लोगों में 99.99 फीसदी को कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने या उनकी मौत होने की स्थिति नहीं बनी है. ये बात अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के आंकड़ों के विश्लेषण के आधार टीवी चैनल सीएनएन ने कही है. ये विश्लेषण सीएनएन के विशेषज्ञों ने किया.
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वहीं ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दो अगस्त तक अमेरिका में 16 करोड़ 40 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके थे. उनमें से ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के कारण 1,507 लोगों को मौत हुई. यानी कुल टीका ले चुके लोगों में सिर्फ 0.001 फीसदी लोगों की मृत्यु हुई. जहां तक अस्पताल में भर्ती होने की बात है, तो ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के शिकार 7,101 व्यक्तियों के मामले में ये नौबत आई. यह कुल टीकाकरण का 0.005 फीसदी है.
विश्लेषण के मुताबिक, जो लोग कोविड-19 के ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के शिकार हुए, उनमें 74 फीसदी 65 साल या उससे अधिक उम्र के हैं. जिन 1,507 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हुई, उनमें 20 फीसदी ऐसे थे, जिनकी मृत्यु का कारण किसी दूसरी समस्या को बताया गया है. लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक, ये लोग ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन का शिकार हुए थे, इसलिए उन्हें कोविड के कारण हुई मौतों की लिस्ट में रखा गया. बीती मई से सीडीसी सिर्फ उन लोगों के आंकड़े रखता है, जो कोविड-19 संक्रमण के कारण या तो अस्पताल में भर्ती हुए या फिर जिनकी मौत हुई.
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