द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में अपनी तरह का यह पहला अविश्वास प्रस्ताव है, जो भाजपा के बीडीसी सदस्य अपनी ही पार्टी की ब्लाक प्रमुख के ख़िलाफ़ लेकर आए हैं.
मामला बिथरी चैनपुर ब्लाक का है. यहां से ब्रजेश कुमारी शिक्षा मित्र से रिज़ाइन करने के बाद चुनाव जीती थीं. तब बिथरी चैनपुर के विधायक राजेश मिश्रा पप्पू भरतौल होते थे.
उस वक़्त से अब तक बहुत कुछ बदल चुका. अब डॉ. राघवेंद्र शर्मा भाजपा से विधायक हैं. ब्रजेश कुमारी से चुनाव हारने वाली प्रवेश कुमारी के देवर ब्रजेंद्र भाजपा का हिस्सा हो चुके हैं.
चर्चा तो यह भी है कि पूर्व विधायक पप्पू भरतौल से ब्रजेश कुमारी के पति हरेंद्र के ताल्लुक़ात ख़ुशगवार नहीं रहे. दूसरी तरफ पूर्व ब्लाक प्रमुख ब्रजेंद्र का शुमार सांसद संतोष गंगवार के क़रीबियों में होने लगा है.
अविश्वास प्रस्ताव कलेक्ट्रेट पहुंचते ही यह और इस तरह की बहुत सी बातें राजनीतिक गलियारों में हो रही हैं. ब्रजेंद्र और साथी बीडीसी सदस्य अविश्वास प्रस्ताव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचें.
अब देखना होगा कि ब्रजेश कुमारी अविश्वास प्रस्ताव का सामना मज़बूती से कर पाएंगी या निपट जाएंगी. अविश्वास प्रस्ताव कलेक्ट्रेट में अचानक नहीं पहुंचा.
जानकार बताते हैं कि इसकी तैयारी पिछले क़रीब छह महीने से चल रही थी. उसकी वजह राजनीतिक ही है. यह और बात है कि लिखित रूप से ब्लाक प्रमुख पर गड़बड़ी-धांधली के वो तमाम आरोप लगाए गए हैं, जो अविश्वास प्रस्ताव के वक़्त लगाए जाते रहे हैं.
ख़ैर जिस तरह से तैयारी है, उससे साफ लग रहा है बिथरी चैनपुर ब्लाक में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है. इसके लिए 56 बीडीसी सदस्यों के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोट चाहिए हैं.
इस ब्लाक में कुल 112 सदस्य हैं. यह भी जानकारी मिली है कि बीडीसी सदस्यों को घुमाने के लिए भी ले जाया गया है. अब बस इंतज़ार अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए तारीख़ तय होने का है.
फिलहाल डीएम रविंद्र कुमार ने जांच करा रहे हैं. जल्द ही तारीख घोषित हो सकती है.