द लीडर : लालू प्रसाद यादव की सरकार के कथित जंगल राज का खौफ जताकर 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की गद्दी पर विराजमान नीतीश कुमार को और कितना वक्त चाहिए? जिसमें वे राज्य की शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था और बेरोजगार पर काम कर सकें. मार्च 2000 से अधिकतर समय बिहार में उन्हीं का शासन रहा है. इसके बावजूद अगर बक्सर से निकली गंगा में सैकड़ों लाशें उफना रहीं हों. एक बेटी अपनी मां को गड्ढे में दफन करे. सिर्फ इसलिए कि उसके पास अंतयेष्टि के लिए 15-20 हजार रुपये नहीं थे.
अस्पताल में मौत-जिंदगी से जंग लड़ रहे पति का उपचार कराने वाली पत्नी के साथ डॉक्टर ही छेड़खानी करें? श्मशान घाटों के बाहर अंतिम संस्कार की रेट लिस्ट चस्पा कर दी जाए. और अस्पतालों में बेड-ऑक्सीजन, दवाएं न मिलने से मरीज तिल-तिलकर मरें. हर तरफ त्राहिमाम मचा हो. उस पर ये दावा कि इस संकटकाल में सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है. अपनों को खोने वालों के जख्मों पर नमक रगड़ने से कम नहीं है. बिहार की स्वास्थ्य अव्यवस्था पर ऐसे ढेरों सवाल उठ रहे हैं.
बिहार की सीमा से सटे बीरपुर और बारे गांव में गंगा नदी में 500 से अधिक लाशें कल से ही बह रही है।
लेकिन ढोंगी हिन्दू हृदय सम्राट CM को कोई फिक्र नहीं! अबकी बार इनसे अंतिम संस्कार भी नहीं हो रहा है। अब इनकी सरकार का ही अंतिम संस्कार करना होगा।
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
करीब 13 करोड़ की आबादी वाले बिहार के हालात काफी बदतर हैं. ठीक उत्तर प्रदेश की तरह. जैसे उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गाजियाबाद, वाराणसी आदि शहरों के श्माशान घाटों पर चिताओं के ढेर लगे थे. वैसे ही बक्सर के गंगा में सैकड़ों लाशें तैर रही हैं. और नीतीश सरकार लाजवाब है. वो ये कहकर किनारा कर रही है कि ये लाशें यूपी से बहकर आई हैं.
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जन अधिका पार्टी के अध्यक्ष और चार बाहर के सांसद पप्पू यादव जमीन पर मदद करते नजर आ रहे हैं. वे लोगों के बीच जा रहे हैं. अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं. ऑक्सीजन, बेड और दवाएं मुहैया कराने की कोशिश में लगे हैं. इसके उलट नीतीश सरकार के मंत्री, विधायक जनता के बीच से गायब हैं. पप्पू यादद वे भाजपा नेता राजीव प्रताप रूढ़ी के परिसर में खड़ी एंबुलेंस का मामला जनता के सामने उजागर किया. एक और सांसद के परिसर से एंबुलेंस पकड़ीं.
मंगलवार को पप्पू यादव को गिरफ्तार कर पटना के गांधी मैदान थाने ले जाया गया है. उनके ट्वीटर हैंडल से ये जानकारी दी गई है. पप्पू यादव ने कहा कि अगर लोगों की जिंदगियां बचाना अपराध है तो हां मैं अपराधी हूं.
मुझे गिरफ्तार कर पटना के
गांधी मैदान थाना ले आया है।— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
नेताओं की इन हरकतों से जब सरकार की किरकिरी हुई तो पप्पू यादव के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. फिर भी पप्पू यादव रत्ती भर भी विचलित नहीं है. उनका कर्म जारी है. ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या जेडीयू के विधायक, नेता-मंत्री इस संकट की घड़ी में जनता के साथ नहीं खड़े हो सकते हैं. उन्हें तो हर पल रहना चाहिए. क्योंकि उनके नेता-नीतीश कुमार की छवि सुशासन बाबू की गढ़ी है.
उत्तर प्रदेश: गाज़ीपुर के गहमर थाना क्षेत्र में गंगा नदी में लोगों के शव मिले। गाज़ीपुर के ज़िलाधिकारी एम.पी.सिंह ने बताया, "हमारे अधिकारी मौके पर हैं। हम जांच करा रहे हैं कि ये शव कहां से आए हैं और इनकी संख्या कितनी है।" (10.5.21) pic.twitter.com/UZLLJwYlbX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2021
अब यूपी के गाजीपुर स्थित गमहर थाना क्षेत्र में गंगा नदी में लाशें बहकर आई हैं. समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक डीएम एमपी सिंह ने बताया कि हमारे अधिकारी मौके पर हैं. ये लाशें कहां से बहकर आई हैं और इनकी संख्या कितनी है. अभी इसकी जानकारी नहीं है.
क्या नीतीश सरकार, बिहार के दौलतमंद नेताओं ने अपनी गैरत बेच डाली, मां को गड्ढे में दफनाती बेटी के मन में जरूर उठा होगा ये सवाल
बिहार के बक्सर और गाजीपुर दोनों जगह गंगा में लाशें मिल रही हैं. इन्हें चील-कौअे नोच रहे हैं. ऐसी अमानवीयता शायद ही कभी हुई है, जैसी इस संकट काल में हो रही है. लेकिन सरकारों पर इसका जरा भी फर्क नजर नहीं आ रहा है. इसके उलट वे अपनी छवि चमकाने की पुरजोर कोशिश में लगी हैं. (Bihar 7 Time CM Nitish Kuma Pappu Yadav Arrest )