गुजरात के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेंद्र पटेल ने ली शपथ, पीएम मोदी ने दी बधाई

द लीडर हिंदी, अहमदाबाद। विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में सत्ता परिवर्तन हो गया है. यहां पहली बार बीजेपी विधायक भूपेंद्र पटेल ने राजभवन में गुजरात के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने भूपेंद्र पटेल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत समेत बीजेपी के तमाम नेता शामिल हुए. मध्य प्रदेश, गोवा, हरियाणा के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए. बता दें कि, गुजरात विधानसभा चुनाव से साल भर पहले विजय रूपाणी की मुख्यमंत्री पद से छुट्टी कर दी गई. वहीं अब भूपेंद्रभाई रजनीकांत पटेल राज्य की कमान संभालेंगे. उन्होंने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है. भूपेंद्र पटेल घाटलोदिया सीट से 2017 में पहली बार विधायक चुने गए थे. इसी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी विधानसभा का चुनाव जीती थीं.


 

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पीएम मोदी ने दी गुजरात के नए सीएम को बधाई

पीएम नरेंद्र मोदी ने भूपेंद्र पटेल को गुजरात के मुख्यमंत्री पद का शपथग्रहण करने पर बधाई दी. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, वह निश्चित रूप से गुजरात के विकास पथ को समृद्ध करेंगे. इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने एक दूसरे ट्वीट में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी को लेकर कहा कि वह आने वाले समय में भी जनसेवा में अपना योगदान देते रहेंगे. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, भूपेंद्र भाई को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई. मैं उन्हें वर्षों से जानता हूं और उनका अनुकरणीय कार्य देखा है, चाहे वह बीजेपी संगठन में हो या नागरिक प्रशासन और सामुदायिक सेवा में. वह निश्चित रूप से गुजरात के विकास पथ को समृद्ध करेंगे.

भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाए जाने के फैसले ने सभी राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया है. इसलिए क्योंकि रविवार को भाजपा विधायक दल नेता चयन की बैठक के दरम्यान तक किसी को अंदाजा नहीं था कि, भूपेंद्र के नाम का प्रस्ताव आएगा. यही हुआ, उनके नाम से सब चौंक गए. आखिर में उन्हीं को ही सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया. 59 साल के भूपेंद्र पटेल अब गुजरात के 17वें मुख्यमंत्री बन चुके हैं. गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव अगले साल दिसंबर में होने हैं.


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राज्य सरकार में कभी मंत्री भी नहीं बने भूपेंद्र पटेल

भूपेंद्र पटेल इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री भी नहीं रहे. दिलचस्प बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जब 20 साल पहले गुजरात का मुख्यमंत्री बने थे, उससे पहले वह कभी मंत्री नहीं रहे थे. मोदी को सात अक्टूबर 2001 मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी और वह राजकोट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर 24 फरवरी 2002 को विधायक चुने गए थे. भूपेंद्र पटेल 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य की घाटलोडिया सीट से पहली बार चुनाव लड़े थे और जीते थे. उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पटेल को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था, जो उस चुनाव में जीत का सबसे बड़ा अंतर था. सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा रखने वाले पटेल पूर्व मुख्यमंत्री और अब उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के करीबी माने जाते हैं.

कौन है भूपेंद्र पटेल?

बता दें कि, भूपेंद्र पटेल पाटीदार समाज से आते हैं. इसके साथ ही भूपेंद्र पटेल आरएसएस से लंबे समय से जुड़े रहे हैं. वहीं AUDA के चेयरमैन भी रह चुके हैं.पटेल समुदाय में भी इनकी अच्छी पकड़ है. वहीं 2017 के चुनाव में अच्छे वोटों से जीत दर्ज की थी. विधानसभा चुनाव में भूपेंद्र पटेल 1 लाख 17 हजार वोटों से जीते थे.


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भुपेंद्र पटेल को चुना गया विधायक दल का नेता

59 साल के भुपेंद्र पटेल को रविवार को अहमदाबाद में सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुन लिया गया था. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा. सीएम रूपाणी ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी. 182 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 112 विधायकों में से अधिकतर बैठक में उपस्थित थे.

आनंदीबेन पटेल के करीबी माने जाते हैं भूपेंद्र पटेल

अपने समर्थकों के बीच ‘दादा’ के नाम से पुकारे जाने वाले पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है.वह जिस विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं, वो गांधीनगर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सांसद हैं.


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