बरेली : रमज़ान में मस्जिदों (Masjid) का नज़ारा देखते ही बनता है. पिछले दो साल से बवा की वजह से रमज़ान में जो सन्नाटा पसरा था. वो छंट चुका है. नमाज़ियों से मस्जिदें आबाद हैं. और शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाक़ों में देर रात तक रौनक छाई रहती है. इस बीच तरावीह में क़ुरान मुकम्मल होने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. (Bareilly News Quran Complete)
पुराना शहर के बालजती कुआं के पास स्थित गूलर वाली मस्जिद में सबसे पहले यानी छठे रोज़े को कुरान मुक़म्मल हो गया है. इस खुशी में मस्जिद में जश्न मनाया गया. और हाफिज शाहबाज़ नूरी और इमाम मोहसिन ख़ान का ज़ाेरदार इस्तक़बाल किया गया. मुबारक़बाद के साथ तोहफ़ों का नज़राना पेश किया गया.
जश्न में दूसरी मस्जिदों के उलमा-ए-कराम भी शामिल हुए. तक़रीर में रमज़ान की फज़ीलत बयान की. नातिया कलाम पेश किए गए. मस्जिद कमेटी के तमहीद यूसुफज़ई और सय्यद हसन अली के मुताबिक गूलर वाली मस्जिद ही है, जहां पूरे शहर में सबसे पहले क़ुरान मुक़म्मल होता रहा है. हमेशा ही छठे रोज़े को क़ुरान पूरा हो जाता है.
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इसलिए यहां भीड़ भी ज़्यादा रहती है. दूर-दराज़ के लोग भी यहां तरावीह के लिए आते हैं. जिनमें ज़्यादातर क़ारोबारी लोग हैं. चूंकि पिछले दो साल से तरावीह की नमाज़ नहीं हो पा रही थी. दो साल बाद मौका मिला है तो नमाज़ियों की संख्या भी हमेशा से ज़्यादा है. (Bareilly News Quran Complete)
जश्न-ए-मुक़म्मल के जलसे में उलमा-ए-क़राम ने मुल्क में अमन-चैन और शांति की दुआ की. इस दौरान मुतावल्ली डॉ. एसयू चिश्ती, अब्दुल मोईद, मुहम्मद असलम, आरिश अंसारी, अयान अंसारी, सुब्हान अंसारी, हयात ख़ान आदि रहे.