द लीडर : शेख अब्दुल कादिर जिलानी-गौस पाक की याद में बरेली के पुराना शहर स्थित सैलानी से जुलूस-ए-गौसिया निकाला गया. जिसकी कयादत दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी-अहमसन मियां ने की. जुलूस अपने पुराने रास्तों से होकर देर रात को सैलानी पर ही वापस आकर खत्म होगा. (Bareilly Gaus E Azam Juloos)
अंजुमन गौस-ओ-रजा टीटीएस के तत्वावधान में जुलूस निकाला जा रहा है, जिसमें कई अंजुमनें शामिल हैं. सबसे आगे अंजुमन गुलामाने ताजुश्शरिया परचम लेकर चल रही है.
मुफ्ती फुरकान रज, मुफ़्ती अजहर रजा और जमन रजा ने गौस-ए-आजम को खिराजे अकीदत पेश करते हुए कहा कि, अल्लाह ने आपको वलियों के सरदार का मर्तबा बख्शा है. गौस पाक का फैज आज सारी दुनिया पर है. उनकी जिंदगी एक मिसाल है. जिसमें झूठ और बुराई के लिए रत्ती भर भी कोई गुंजाइश नहीं. (Bareilly Gaus E Azam Juloos)
मौलाना ओवैस, हाफिज फैज़ान अजहरी, हाफिज तनवीर, हाफिज बब्बू ने नात-ओ-मनकबत का नज़राना पेश किया. हाफिज अज़हर रज़ा ने दुआ की. इससे पहले सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां ने गौसिया परचम सय्यद हुमायूं को सौपकर जुलूस रवाना किया था. (Bareilly Gaus E Azam Juloos)
जुलूस आयोजक हाजी शारिक नूरी ने सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां व टीटीएस के ओहदेदारों समेत सभी अंजुमन के सदर की दस्तारबंदी की. जगह-जगह फूलों से स्वागत जाता रहा. जूलूस में शहर की कई अंजुमने शामिल हैं. जो जुलूस अपने तय रास्ते सैलानी, मीरा का पेट, बुखारपुरा टंकी, कांकर टोला, मदीना शाह का इमामबाड़ा, शाहदाना चौराहा के रास्ते वापिस सैलानी पर पहुंचेगी. संचालन मुस्तफा नूरी व तारिक सईद कर रहे हैं.
जुलूस में मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी, अजमल नूरी, तनवीर तहसीनी, वसीम तहसीनी, हाजी साकिब रज़ा, मंज़ूर खान, अफ़ज़ालउद्दीन, शाहिद नूरी, परवेज़ नूरी, वामिक रज़ा, जावेद रज़ा, औरंगज़ेब नूरी, तारिक़ सईद, ताहिर अल्वी, मोइन नूरी, आलेनबी, मुजाहिद बेग, सय्यद एजाज़, इशरत नूरी, मुस्तकीम नूरी, काशिफ सुब्हानी, सय्यद माज़िद, इरशाद नूरी, यूनुस गद्दी, ज़ोहिब रज़ा आदि लोग शामिल रहे. (Bareilly Gaus E Azam Juloos)