द लीडर : उत्तर प्रदेश के बरेली में 20 मई को जिन नव-निर्वाचित ग्राम प्रधान हाफिज मुहम्मद इसहाक रजवी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उप-चुनाव में उनकी बीवी सकीना ने रिकॉर्ड 563 वोटों से जीत दर्ज की है. चुनाव में 1410 वोट पड़े थे और सोमवार को मतगणना हुई. इस चुनाव में पूर्व प्रधान की पत्नी प्रत्याशी थीं.
बरेली के कैंट थाना क्षेत्र के गांव परगवां निवासी 32 वर्षीय हाफिज इसहाक रजवी चुनाव जीते थे. वे 20 मई-गुरुवार की शाम को किसी काम से जा रहे थे, तभी रास्ते में उमरसिया बाग के पास चार हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी. इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
इसहाक के तीन गोलियां लगी थीं, जबकि आधा दर्जन राउंड फायरिंग की बात सामने आई थी. इस हत्याकांड में उनकी बीवी ने चार लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कराया था. इसमें प्रधान प्रत्याशी मोहर सिंह, पूर्व प्रधान रतनलाल समेत अन्य शामिल है, जो गिरफ्तार हो चुके हैं.
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ये हत्याकांड चुनावी रंजिश में हुआ था. जिसके बाद से गांव में दहशत का वातावरण पैदा हो गया था. हालांकि एक महीने के अंदर ही दोबारा चुनाव हुए और इसमें गांव वालों ने फिर से इसहाक के परिवार पर भरोसा जताकर बड़े फासले से जीत दिलाई है.
पूरे प्रदेश में चर्चित रही थी ये घटना
ग्राम प्रधान इसहाक के हत्याकांड ने यूपी के नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों में में बेचैनी पैदा कर दी थीं. इसको लेकर पुलिस काफी सक्रिय हुई और निर्वाचित प्रधान व उनके प्रतिद्वंद्वियों को बुलाकर गांव में विवाद किसी भी हाल में न होने की नसीहतें दी गई थीं. हालांकि इसके बाद भी बरेली में ही एक बीडीसी भी चुनावी रंजिश का शिकार बने थे.
दरगाह आला हजरत से जुड़े और अन्य तमाम संगठनों ने हाफिज इसहाक हत्याकांड में सख्त कार्रवाई की मांग उठाई थी. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस मामले में तेजी दिखाते हुए कार्रवाई की थी.