द लीडर हिंदी : सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को रामपुर आए थे. लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को जिताने पर जनता का आभार जताने के लिए.
तब जनसभा में उन्होंने सपा के क़द्दावर नेता मुहम्मद आज़म ख़ान का नाम लिए बग़ैर उन पर हमले किए थे. यह बताने की कोशिश की थी कि उन पर ज़ुल्म नहीं बल्कि उन्हें कर्मों का सज़ा मिल रही है. (Azam Khan replied to CM Yogi)
स्कूल भवनों पर क़ब्ज़े और सरकारी धन का दुरुपयोग करने के इल्ज़ाम भी लगाए थे. सोमवार को आज़म ख़ान ने सपा कार्यालय दारुल अवाम पर प्रेस कांफ्रेंस करके इल्ज़ामों के जवाब दिए हैं.
इस दौरान तंज़ कसे, रंज जताया और ग़ुस्सा भी निकाला. कह दिया कि हममें और उनमें यही फ़र्क है कि हमने अवाम के हाथों में क़लम देने के लिए स्कूल खोले और वो फिर से चाकू देना चाहते हैं.
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रामपुर को महज़ 72 करोड़ दे गए, जबकि 100 करोड़ से तो हमने शहर के एक मुहल्ले का विकास किया. यह भी साफ कर दिया कि गर कभी हमारी सरकार आई तो जिन महापुरुषों के नाम विकास कार्यों के हटाकर उनका अपमान किया जा रहा है, हम उन्हें फिर से सम्मान दिलाएंगे.
रंजीदा होते हुए यह भी कहने लगे कि मैं रहूं न रहूं, मुझे रामपुर की गलियां और सड़कें याद रखेंगी..सुनिए सीएम योगी के जवाब में आज़म ख़ान ने क्या कहा है. (Azam Khan replied to CM Yogi)