द लीडर। यूपी में चुनाव नजदीक हैं ऐसे में सपा के दिग्गज नेता और यूपी चुनाव में रामपुर से विधायक आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को बेल देने से मना कर दिया है. उनकी तरफ से इस मामले को इलाहाबाद हाई कोर्ट को भेज दिया गया है.
कहा गया है कि, ये मामला वहां पर पेंडिंग है, ऐसे में इसकी सुनवाई भी वहीं होनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट से कहा है कि, आजम खान के मामले की जल्द सुनवाई करे. इसके बाद आजम ने अपनी याचिका वापस ली.
कपिल सिब्बल बोले- मेरे क्लाइंट के खिलाफ राजनीति हो रही
सुनवाई के दौरान आजम खान की तरफ से कपिल सिब्बल ने कहा कि, मेरे क्लाइंट के ख़िलाफ़ 47 केस हैं. हाई कोर्ट हमें सुन रहा है, हमको मौका नहीं दिया जा रहा है. मेरे क्लाइंट के खिलाफ राजनीति हो रही हैं. लेकिन ये सुन कोर्ट ने तुरंत कह दिया कि राजनीति की बात यहां ना की जाए.
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कपिल सिब्बल ने इस बात पर भी जोर दिया कि, पिछले दो महीने से हाई कोर्ट में ये मामला सुरक्षित है लेकिन कोई फैसला नहीं सुनाया गया. अब क्योंकि आजम खान को चुनावी प्रचार का हिस्सा बनना है, ऐसे में उनका बेल पर बाहर आना जरूरी है.
SC ने इलाहाबाद HC से जल्द सुनवाई के लिए कहा
अब सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट को जल्द सुनवाई के लिए कहा है, कब तक फैसला आता है, ये आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा. वैसे कुछ दिन पहले आजम खान के बेटे को बेल दी जा चुकी है. वे यूपी के स्वार सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनको कड़ी टक्कर दे रहे हैं अपना दल के हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां.
दो साल से सीतापुर जेल में बंद हैं आजम खान
गौरतलब है कि, रामपुर से सपा सांसद आजम खान करीब दो साल से यूपी की सीतापुर जेल में बंद हैं. उन्हें फरवरी 2020 में उनके बेटे और पत्नी के साथ जमीन हथियाने, अतिक्रमण करने सहित फर्जी जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने जैसे कई मामलों में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में उनकी पत्नी और बेटे को जमानत मिल गई थी.
आजम खान ने अंतरिम जमानत की याचिका में ये कहा था
वहीं आजम खान ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अंतरिम जमानत की याचिका में कहा था कि. राज्य सरकार द्वारा उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों में अभियोजन प्रक्रिया को खामख्वाह लटकाया जा रहा है चाकि वे चुनाव प्रचार में शिरकत न कर सकें.
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आजम खान ये भी कहा था कि. यूपी की अदालतों में उन्होंने यूपी की अदालतों में जमानत के लिए तीन अलग-अलग अर्जी दाखिल की हुई है लेकिन सरकार का अभियोजन विभाग इसमें जानबूझकर लापरवाही बरत रहा है. आ
जम खान के मुताबिक, सरकार नहीं चाहती है कि वे किसी भी हाल में चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर आएं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने भी आजम खान की जमानत याचिका को नामंजूर कर दिया है.
10 फरवरी को यूपी में पहले चरण का मतदान
यूपी में 403 विधानसभा सीटों के लिए 10 फरवरी से सात चरणों में चुनाव संपन्न होने हैं वहीं 10 मार्च को वोटों की गिनती के बाद नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे.
आज शाम थमेगा प्रचार अभियान
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज शाम प्रचार अभियान थम जाएगा. पहले चरण में प्रदेश के 11 जिलों शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा और अलीगढ़ की कुल 58 सीटों के लिए 10 फरवरी को मतदान होगा. यूपी में सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 और 3 और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे.
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