मुंबई: ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के वार्षिक अधिवेशन को लेकर बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद साएम मेंहदी, प्रवक्ता, मौलाना यासूब अब्बास, उपाध्यक्ष, मौलाना सैयद जहीर अब्बास और उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र स्टेट, सरदार नवाब साहब ने आज मुंबई में एक प्रेस कान्फ्रेस को सम्बोधित करते हुए बताया कि ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का वार्षिक अधिवेशन 4 दिसम्बर 2022 को मस्जिद-ए-इरानियान, भिन्डी बाज़ार, मोहम्मद अली रोड, मुम्बई में आयोजित हो रहा है.
इस अधिवेशन में पूरे देश से उलेमा, बुद्धिजीवी और समुदाय के जिम्मेदार लोग शिरकत कर रहे हैं. इस अधिवेशन में Common Civil Code पर विचार करने के साथ ही शिया मुसलमानों के हालात जानने के लिए एक अलग कमीशन बनाने की मांग समेत दस मुद्दों पर विमर्श किया जायेगा .
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के वार्षिक अधिवेशन के मुद्दों की बात करें तो इन मुद्दों पर विचार किया जायेगा –
1. हिन्दुस्तान में Common Civil Code को लागू किये जाने पर विचार.
2. जन्नत – उल -बकी मदीने मुनव्वराह में रौज़ों की तमीर की मांग.
3. सच्चर कमीशन की तरह शिया मुसलमानों के हालात जानने के लिए एक अलग कमीशन बनाने की मांग.
4. अल्पसंख्यकों को सरकार की ओर से जो हिस्सा दिया जाता है उसमें शियों को उनकी आबादी के अनुपात में उनको हिस्सा देने की मांग.
5. आर्थिक पिछड़ेपन की बुनियाद पर नौकरियों में शियों के लिए आरक्षण की मांग.
6. देश में फैले 8 करोड़ शियों का पार्लियामेंट और प्रदेशों की असेंबलियों में प्रतिनिधित्व का न होना.
7. सामाजिक सुधार में खास कर शादी ब्याह और गमी के मौके पर बेजा खर्चों में सुधार का प्रस्ताव.
8. हिंदुस्तान और पूरी दुनिया में फैले आतंकवाद की भर्त्सना और उसको रोकने का प्रस्ताव.
9. पूरे देश के हर प्रान्त में अलग से शिया वक्फ बोर्ड के बनाने और शिया वक्फ सम्पत्तियों की सुरक्षा की मांग.
10. शियों की धार्मिक और प्रचलित शिक्षा में सुधार और तरक्की के प्रस्ताव.
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