यूजीसी नेट परीक्षा रद्द मामले पर बोले अखिलेश यादव, बीजेपी राज में पेपर माफिया जमकर धांधली कर रहे

द लीडर हिंदी: शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को देश के विभिन्न शहरों में आयोजित यूजीसी-नेट 2024 (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) को रद्द कर दिया है.जिसके बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है.इंडिया गठबंधन लगातार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में जुटी है.जहां एक तरफ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यूजीसी नेट और नीट परीक्षा को लेकर सवाल पूछे हैं. खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “नरेंद्र मोदी जी, आप परीक्षा पर चर्चा तो बहुत करते हैं, नीट परीक्षा पर चर्चा कब करेंगे.वही दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा और अभी तक कई परीक्षाओं में हुई धांधली का मुद्दा उठाते हुए कोर्ट द्वारा सख्ती से जांच कराए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ये हमारे देश के लिए मानव संसाधन के खिलाफ साजिश भी हो सकती है.

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि … और अब गड़बड़ी की ख़बर के बाद UGC- NET की परीक्षा भी रद्द कर दी गयी है. भाजपा के राज में पेपर माफ़िया एक के बाद एक, हर एग्ज़ाम में धांधली कर रहा है.ये देश के ख़िलाफ़ किसी की बड़ी साज़िश भी हो सकती है. पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो क़ानून-व्यवस्था नहीं सुधरेगी. जिससे देश-प्रदेश में अशांति और अस्थिरता बनी रहेगी.

नीट की परीक्षा में घपला होगा तो ईमानदार लोग डॉक्टर नहीं बन पाएंगे और देश के लोगों के इलाज के लिए भविष्य में डॉक्टरों की कमी और बढ़ जाएगी और बेईमान लोग, जनता के जीवन के लिए खतरा बन जाएंगे.

यूजीसी- नेट परीक्षा न होने से पहले से शिक्षकों की जो कमी चली आ रही है उसमें और भी ज्यादा इजाफा होगा. शिक्षकों की कमी से देश के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न होगी, जो कालांतर में देश के लिए बेहद घातक साबित होगी.

इन सबसे प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी. ये हमारे देश के शासन-प्रशासन व देश के मानव संसाधन के विरूद्ध कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र भी हो सकता है जिसके दूरगामी नकारात्मक परिणाम निकलेंगे. इसीलिए कोर्ट की निगरानी में इसकी कठोर जांच हो और दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए और कोई भी अपराधी छोड़ा न जाए, फिर वो चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो या फिर उसके सिर पर सत्ता का हाथ ही क्यों न हो.लोग कह रहे हैं जो भ्रष्ट लोग कोरोना के वैक्सीन में चुनावी चंदे के नाम पर पीछे से करोड़ों रूपये खा सकते हैं, वो भला परीक्षा-प्रणाली को क्या छोड़ेंगे.https://theleaderhindi.com/ug-net-exam-controversy-congress-president-asked-these-questions-to-pm-modi-on-cancellation-of-exam/

Abhinav Rastogi

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