द लीडर। स्पाइसजेट के विमानों में लगातार खराबी देखने को मिल रही है। जिसके चलते विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जा रही है। आखिर क्यों स्पाइसजेट के विमानों में खराबी आ रही है ये बड़ा सवाल है। यह सवाल इसलिए अहम भी है क्योंकि, 17 दिनों में सातवीं बार ये घटना हुई हैं। जब कराची और मुंबई में स्पाइसजेट विमानों की आपात लैंडिंग कराई गई।
स्पाइसजेट के विमान में सफर करने वाले यात्रियों के लिए पांच जुलाई का दिन काफी जोखिम भरा रहा। पहले तो भारत से दुबई जा रहे प्लेन की पाकिस्तान के कराची शहर में इमर्जेंसी लैंडिंग करानी पड़ी क्योंकि, प्लेन में तकनीकी खराबी आ गई थी। लेकिन उसके कुछ घंटे बाद ही कांडला से मुंबई की ओर उड़ान भरने वाले विमान पर क्रूज के दौरान विंडशील्ड का बाहरी हिस्सा टूट गया, जिस वजह से विमान की लैंडिंग करवाई गई।
यह भी पढ़ें: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कल करेंगे दूसरी शादी, जानिए होने वाली बीवी डॉ गुरप्रीत के बारे में
स्पाइसजेट की विमान की मुंबई में हुई आपात लैंडिंग
मंगलवार को स्पाइसजेट के क्यू 400 विमान को 23,000 फुट की ऊंचाई पर विंडशील्ड में दरार आने के बाद मुंबई हवाई अड्डे पर प्राथमिकता के आधार पर उतारा गया। डीजीसीए के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
वहीं घटना पर बोलते हुए स्पाइसजेट ने कहा कि, पांच जुलाई, 2022 को, स्पाइसजेट क्यू 400 विमान एसजी 3324 (कांडला- मुंबई) उड़ान पर था। जब यह 23,000 फुट की ऊंचाई पर था तो इसकी पी 2 साइड के विंडशील्ड का बाहरी शीशा टूट गया। दबाव सामान्य देखा गया। विमान मुंबई में सुरक्षित उतरा।
एक दिन में विमान की आपात लैंडिंग की दो घटना
स्पाइस जेट ने कहा कि, स्पाइस जेट बी737 को इंडिकेटर लाइट की गड़बड़ी के कारण कराची में आपात स्थिति में उतारना पड़ा। इस विमान के सभी यात्री सुरक्षित है। और किसी आपात स्थिति की घोषणा नहीं की गई। विमान ने सामान्य लैंडिंग की थी। यात्रियों को रिफ्रेशमेंट दिए गए थे और यात्रियों को दुबई ले जाने के लिए दूसरा विमान भेजा गया है।
डीजीसीए के अधिकारियों ने बताया कि, मंगलवार को शाम होते-होते स्पाइस जेट के सातवें विमान के साथ हादसा हुआ और गुजरात के कांडला से मुंबई जा रहे विमान में 23 हजार फीट की ऊंचाई पर पी-2 साइड की विंडशील्ड चटक गई। इसके बावजूद विमान का दबाव ठीक रहा और विमान को वरीयता के आधार पर मुंबई एयरपोर्ट में सुरक्षित उतार लिया गया।
स्पाइस जेट के विमान में अब तक 7 हादसे
◾ मार्च 2021 में लखनऊ से शारजाह जाने वाली इंडिगो की एक फ्लाइट को मेडिकल इमरजेंसी के कारण कराची ले जाना पड़ा था। इसी तरह 19 जून से स्पाइस जेट के विमानों में छह घटनाएं हो चुकी हैं।
◾ 19 जून को पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली स्पाइस जेट के विमान के इंजन में कुछ देर के बाद आग लगने से 185 यात्रियों की जान पर बन आई थी। लेकिन विमान की कुछ ही मिनटों आपात लैंडिंग करा ली गई थी। जांच में पता चला कि आग लगने की घटना एक चिडि़या के विमान से टकराने से हुई।
◾ 19 जून को ही एक अन्य घटना में केबिन में दबाव की गड़बड़ी के चलते जबलपुर जाने वाले स्पाइस जेट के विमान को वापस दिल्ली लौटना पड़ा।
◾ इसी तरह 24 और 25 जून को दो अलग विमानों में फ्यूजलेट डोर वार्निग के चलते इनको वापस लौटना पड़ा।
◾ 2 जुलाई को स्पाइस जेट का जबलपुर जाने वाले विमान को वापस दिल्ली लौटना पड़ा क्योंकि चालक दल के सदस्यों ने केबिन से धुआं उठते देख लिया था। जब यह हादसा हुआ उस समय विमान पांच हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था।
◾ 5 जुलाई को दिल्ली से दुबई जा रहे स्पाइस जेट के विमान में अचानक तकनीकी खराबी आ जाने से स्थितियां तनाव पूर्ण हो गई। जिसके बाद आनन फानन में विमान को पाकिस्तान के कराची में उतारा गया।
◾ 5 जुलाई को ही गुजरात के कांडला से मुंबई जा रहा स्पाइस जेट के एक अन्य विमान क्यू400 का 23 हजार फीट की ऊंचाई पर विंडशील्ड चटकने के बाद उसे मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड करा लिया गया।
डीजीसीए ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
फिलहाल स्पाइसजेट विमानों में लगातार आ रही खराबी के बाद नागरिक उड्डयन महानियंत्रक (डीजीसीए) ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डीजीसीए की तरफ से यह कदम पिछले 17 दिनों में तकनीकी खराबी की सात घटनाओं के बाद उठाया गया है।
डीजीसीए द्वारा सितंबर 2021 में स्पाइसजेट के ऑडिट में पाया गया कि, कलपुर्जों के आपूर्तिकर्ताओं को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे कलपुर्जों की कमी हो रही है। डीजीसीए के मुताबिक, इन सभी घटनाओं की गंभीरता से जांच चल रही है।
3 सालों से घाटे में चल रही स्पाइसजेट एयरलाइन
बताया जा रहा है कि, स्पाइसजेट एयरलाइन बीते तीन सालों से घाटे में चल रहा है। सस्ती सेवा सुविधा देने वाली विमान कंपनी स्पाइसजेट को 2018-19 में 316 करोड़, 2019-2020 में 934 करोड़ और 2020-21 में 998 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कोरोना महामारी से विमान क्षेत्र उबर रहा है। उड्डयन परामर्श फर्म सीएपीए ने 29 जून को कहा कि, भारतीय विमानन कंपनियों का घाटा वर्ष 2021-22 के तीन अरब डॉलर से घटकर वर्ष 2022-23 में 1.4 से 1.7 अरब डॉलर के बीच रह सकता है।
स्पाइसजेट के विमानों में लगातार आ रही तकनीकी खराबी के चलते स्पाइस जेट के प्रवक्ता काफी परेशान है। वहीं यात्रियों को भी परेशानियां हो रही है। जिसको लेकर अब डीजीसीए पूरे मामले की जांच कर रहा है।
यह भी पढ़ें: अब इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती होंगे लालू यादव : चोट लगने के बाद बिगड़ी थी तबीयत, PM मोदी ने जाना हाल