द लीडर हिंदी: लोकसभा चुनाव के बाद 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र के चौथे दिन संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज एनडीए सरकार के गठन के बाद अपना पहला अभिभाषण दिया. 50 मिनट के भाषण में राष्ट्रपति ने हर मुद्दे पर बात की. उन्होंने कहा- पेपर लीक करने वालों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी.उन्होंने सेना को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारियां भी बताईं.वही उधर केजरीवाल को सीबीआई रिमांड पर भेजे जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने इस अभिभाषण का बहिष्कार किया. बता दें आज संसद परिसर में गुरुवार को आम आदमी पार्टी के सांसदों ने प्लेकार्ड लेकर प्रदर्शन किया.’आप’ सांसदों ने सीबीआई की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार किए जाने के खिलाफ़ प्रदर्शन किया.
आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, ”दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जो तीन बार से प्रचंड बहुमत से जीतकर आए हैं उनको गिरफ़्तार करके जेल में डाल दिया गया है. वो भी किस दिन जेल में डाला गया? जब सुप्रीम कोर्ट से उनकी ज़मानत पर मुहर लगने वाली थी, जब सुप्रीम कोर्ट से उनके छूटने की पूरी संभावना थी. उस वक्त केजरीवाल जी को सीबीआई ने गिरफ़्तार कर लिया.
संजय सिंह बोले, ”मैं समझता हूं कि ये तानाशाही का बहुत बड़ा उदाहरण है और प्रधानमंत्री को जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर बोलना चाहिए. इसको रोकना चाहिए. अरविंद केजरीवाल को जल्द रिहा करना चाहिए. इस मांग को लेकर हम इस जगह पर इकट्ठा हुए हैं और प्रोटेस्ट कर रहे हैं.संजय सिंह ने कहा, ”राष्ट्रपति जी का हम पूरा सम्मान करते हैं लेकिन राष्ट्रपति का जो भाषण होता है वो सरकार का लिखा भाषण होता है. उस सरकारी भाषण में वो लोकतंत्र और संविधान को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कहेंगे. लेकिन जो सच्चाई है कि पूरे देश में भारत के संविधान और लोकतंत्र को कुचला जा रहा है.