The Leader. 74वां गणतंत्र दिवस जोश से लबरेज़ होकर मनाया गया. देशभर में सरकारी और ग़ैर सरकारी संस्थानों में भी ध्वजारोहण किया गया. कर्तव्य पथ पर सेनाओं ने शौर्य का प्रदर्शन किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराया और उसके बाद परेड का आग़ाज़ हुआ. 90 मिनट की परेड में अर्जुन टैंक, वज्र और ब्रह्मोस दिखे तो नेवी और आकाश मिसाइल सिस्टम की टुकड़ी का नेतृत्व महिलाओं ने किया. डेयर डेविल्स ने 18 फीट ऊंची सीढ़ी पर चढ़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला. पहली बार अग्निवीर भी परेड में शामिल हुए.
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मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. इस मौक़े पर मिस्र सेना का मार्चिंग दस्ता भी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुआ. मिस्र के राष्ट्रपति की इस यात्रा को दोनों देशों में मज़बूत रिश्तों के लिए ख़ासा अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट करके मिस्र के राष्ट्रपति की भारत यात्रा को ऐतिहासिक बताया. अब्दुल फतह अल सीसी यात्रा ऐसे वक़्त हुई है, जब भारत और मिस्र के कूटनीतिक रिश्तों ने 75 साल पूरे कर लिए. जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत ने मिस्र को बतौर मेहमान देश आमंत्रित किया है.
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पीएम मोदी ने परेड से पहले वॉर मेमोरियल जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने भगवा-पीले-लाल रंग की राजस्थानी पगड़ी और सफेद मफलर पहना हुआ था. गणतंत्र दिवस में राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी की परंपरा है. अब से पहले तक यह सलामी ब्रिटेन की द्वितीय विश्वयुद्ध में इस्तेमाल की गई 25-पाउंडर तोपों से दी जाती थी, इस बार इनकी जगह भारत में बनी 105MM इंडियन फील्ड गन से सलामी हुई. ये तोपें जबलपुर और कानपुर की गन फैक्ट्री में बनी हैं. ऐसे ही बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की ऊंटों की टुकड़ी में महिला अफसर को पहली बार शामिल किया गया था. सरफेस टु एयर मिसाइल सिस्टम आकाश टुकड़ी का नेतृत्व लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने किया. इनमें आर्मी के 3 और एयरफोर्स और नेवी की एक-एक मेंबर्स शामिल थे.
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