द लीडर। एक तरफ जहां देश में पैगंबर मोहम्मद के अपमान के बाद मुस्लिमों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ देश के कई राज्यों में मुस्लिम परिवार अपनी इच्छा से हिंदू धर्म अपना रहे हैं। मध्य प्रदेश में 250 ईसाई और 32 मुस्लिमों ने अपनी स्वेच्छा से हिंदू धर्म को अपना लिया है।
नूपुर शर्मा द्वारा किए गए पैगंबर मोहम्मद के अपमान के बाद देश ही नहीं बल्कि इस्लामिक देशों ने भी उनके बयान की निंदा की थी। जिससे बाद भाजपा सरकार ने नूपुर शर्मा को पार्टी से बर्खास्त कर दिया। वहीं कल जुमे की नमाज के बाद देश के कई हिस्सों में पैगंबर मोहम्मद के अपमान को लेकर मुस्लिम सड़कों पर उतर आए थे।
सालों पुरानी भूल सुधारी
देश में पैगंबर मोहम्मद के अपमान को लेकर हो रहे बवाल के बीच कई मुस्लिम परिवारों और ईसाई परिवारों ने सनातन धर्म अपनालिया है। उनका कहना है उन्होंने सालों पुरानी अपनी भूल को सुधार लिया है।
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वहीं सनातन धर्म अपनाने के बाद लोगों ने बेहद खुशी जताई है। बता दें कि, मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ और रतलाम जिले में सनातन धर्म में घर वापसी के 2 मामले सामने आए हैं।
250 ईसाई और 32 मुस्लिम सनातन धर्म में लौटे
झाबुआ जिले के पेटलावद क्षेत्र के गुलरीपाड़ा गांव में 250 लोगों ने 56 साल बाद ईसाई धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी कर ली है। तो वहीं रतलाम जिले के आंबा गांव में 7 मुस्लिम परिवारों के 32 लोगों ने तीन पीढ़ी के बाद सनातन धर्म में वापसी की है।
ईसाई और मुस्लिम परिवारों के इन लोगों ने हिंदू धर्म अपना लिया है। इन्होंने शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर हिंदू धर्म अपनाया। और महादेव के जयकारे लगाए। हिंदू धर्म में वापसी के बाद उन लोगों का कहना है कि, उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि उन्होंने अपने धर्म में वापसी की है।
मुस्लिम परिवारों ने भीमनाथ मंदिर में की पूजा
सनातन धर्म में लौटने वाले मुस्लिम परिवारों ने शुक्रवार सुबह रतलाम के आंबा गांव में भीमनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके साथ ही स्वामी आनंद गिरी महाराज की मौजूदगी में सभी ने गौमूत्र से स्नान कर जनेऊ धारण किया। घर वापसी के पहले सनातन धर्म अपनाने के लिए इन से शपथ पत्र तैयार करवाया गया था। वहीं सनातन धर्म में आने के बाद लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है।
बता दें कि, घूम-घूम कर जड़ी-बूटियां और ताबीज बेचने वाले 55 वर्षीय मोहम्मद शाह ने महाशिवपुराण के दौरान ही स्वामी आनंद गिरी के पास जाकर परिवार और रिश्तेदारों के साथ धर्म परिवर्तन की इच्छा जताई थी। जिसे स्वामी जी ने स्वीकार कर लिया था। इसके बाद उन लोगों ने हिंदू धर्म अपना लिया है।
हिंदू धर्म में ये रखे गए सभी के नाम
धर्म परिवर्तन के बाद मोहम्मद शाह का नाम राम सिंह, बेटे मौसम शाह को अरुण, शाहरुख शाह को संजय सिंह, नजर अली शाह को राजेश सिंह, नवाब शाह को मुकेश सिंह, पत्नी शायर बी को शायरा बाई, शबनम को सरस्वती बाई, पोते हीरो को सावन सिंह का नाम दिया गया।
इसके साथ ही अब हुसैन शाह को धर्मवीर सिंह, उनकी पत्नी आशा बी को आशा बाई, अरुण शाह को करण सिंह, पत्नी मीनू बी को मीना बाई, राजू शाह को राजू सिंह, पत्नी रंजिता को रंजिता बाई, रमजानी शाह को मुकेश सिंह, रूखसाना पत्नी हबीब खान को रुक्मणी बाई, अर्जुन शाह को अर्जुन सिंह, पत्नी मुमताज को माया के नाम से जाना जाएगा।
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राम सिंह बने मोहम्मद शाह ने बताया कि, दो-तीन पीढ़ी पहले उनके परिवार बोदी समाज के होकर पुंगी बजाने का काम करते थे। इसके बाद रोजगार की तलाश में जड़ी बूटियां बेचने और ताबीज बनाने को लेकर इधर-उधर घूमने लगे। और उन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया था। पिछले कुछ समय से गांव में रहने के बाद से ही हिंदू धर्म में उनकी रुचि बढ़ने लगी। जिसके बाद सभी परिवारों ने मिलकर सनातन धर्म में वापसी कर ली।
एमपी में मुस्लिम से हिंदू बनने का दूसरा बड़ा मामला
मध्यप्रदेश में 15 दिन के अंदर मुस्लिम से हिंदू बनने का यह दूसरा सबसे बड़ा मामला सामने आया है। इससे पहले भी मंदसौर में शेख जफर शेख पिता गुलाम मोइनुद्दीन शेख ने हिंदू धर्म अपनाया था जिन्हें आप चेतन सिंह राजपूत के नाम से जाने जाते हैं।
बता दें कि, मध्य प्रदेश बीजेपी शासित राज्य है। और बीजेपी शासित राज्य में एक ही परिवार के 55 मुसलमानों ने अपनी स्वेच्छा से हिंदू धर्म में वापसी की है। इसके साथ ही 250 ईसाई लोगों ने भी हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया है।
सनातन धर्म में वापसी के बाद लोगों में उत्साह
सनातन धर्म में वापसी करने वाले ईसाई लोगों का कहना है कि, उन्होंने सनातन धर्म में वापसी कर अपनी 56 साल पुरानी भूल को सुधार लिया है। वहीं मुस्लिम से हिंदू बने लोगों का कहना है कि, तीन पीढ़ी के बाद अपने धर्म में वापसी कर उन्हें बेहद खुशी हो रही है। अब वह हर रोज मंदिरों में पूजा पाठ कर हर हर महादेव के जयकारे लगाएंगे।
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