The Leader Hindi: अलग-अलग मान्यताओं के हिसाब से कोई एक दिन के लिए, कोई 3 दिन के लिए, कोई 5 दिन के लिए तो कोई 10 दिन के लिए गणपति जी को अपने घर में स्थापित करता है और भगवान श्री गणेश को अलविदा कहता है.
ऐसा माना जाता है कि जब गणेश जी की मूर्ति को विसर्जन के लिए बाहर ले जाया जाता है, तो वह अपने साथ घर की विभिन्न बाधाओं को भी दूर कर देती है और विसर्जन के साथ-साथ इन बाधाओं का भी नाश होता है। इसी सिलसिले में बरेली शहर से लेकर देहात तक से लोग गणेश भगवान की मूर्ति विसर्जन के लिए रामगंगा घाट ले जा रहे है।
डीजे की धून पर भक्त भगवान श्रीगणेश की मूर्ति का विसर्जन के लिए ले जा रहे थे। 28 सितंबर के साथ ही गणेश विसर्जन का समापन हो जाएगा। पंडाल से उनको सजा कर रंग-गुलाल उड़ाते हुए शहर में जगह-जगह उनकी मूर्तियों को रामगंगा ले जाते हुए देखा गया। इस दौरान बप्पा के गानों पर भक्त जमकर झूमते नजर आए।
शहर के मुख्य मार्गो पर इस दौरान जाम की स्थिति बन गई। लोगों ने मां गंगा में गणेश भगवान की मूर्ति विसर्जन के दौरान उनसे कामना की वह अगले बरस जल्द आए और उन्हें सुख-समृदि व वैभव प्रदान करें।