श्रीपति त्रिवेदी
लखनऊ | पश्चिम बंगाल में चुनाव अपने चरम पर है। इस चुनाव को केवल पार्टियों के बीच का चुनाव नही माना जा रहा है बल्कि दो बड़े राजनीतिक व्यक्तित्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच सियासी लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी 1 अप्रैल को जयनगर में सभा को संबोधित करने पहुंच रहे हैं।
जयनगर पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले का एक टाउन है। देश में इसकी सबसे बड़ी पहचान यहां के प्रसिद्ध लड्डू से है। यह एक प्रसिद्ध बंगाली मिठाई है। यह लड्डू खजूर, गुड़ और कनकचूर खोये से तैयार किया जाता है। बंगाल में यह लड्डू ‘जॉय नगरेर मोआ’ के नाम से प्रसिद्ध है। इस लड्डू की इतनी मांग है कि यह लड्डू बंगाल के कई प्रमुख शहरों में भी उपलब्ध है।
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2015 से जयनगर का यह लड्डू जियोग्राफिकल इंडेक्स में दर्ज हो चुका है। यह तय है कि प्रचार करते हुए जिस पार्टी के भी लोग बाहर से यहां आएंगे, वो जीआई टैग वाले इस लड्डू को खाना नही भूलेंगे। अब देखना ये होगा कि सियासी कडुआहट के बीच पीएम मोदी इस लड्डू का जिक्र करते हैं या नहीं। बहरहाल यहां की रैली की तैयारी में देश के कई बड़े बीजेपी नेता जूट हुए है।
भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम नेताओं ने चुनाव प्रचार कर इस चरण में पूरी ताकत झोंकी है। दबाव बनाने के लिए भाजपा नेता और गृह मंत्री अमित शाह का पहले चरण की 30 सीटों में 26 सीटें जीतने का दावा भी अहम भूमिका निभा सकता है। पश्चिम बंगाल में इस चरण में जिन 30 सीटों पर मतदान हुआ है उनमें मतुआ समुदाय भी अहम माना जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि जिस दिन मतदान था उसी दिन मतुआ समाज को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी अपने बांग्लादेश दौरे पर मतुआ समाज के लोगो से मिल कर भी आए थे।
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