पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा इस गंभीर मुद्दे पर पत्र, कही दी ये बड़ी बात

0
5

द लीडर हिंदी : नीट परीक्षा मामले में लगातार भाजपा सरकार घिरती दिखाई दे रही है. संसद सत्र में जहां एक तरफ विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिये है. वही दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) परीक्षा के संबंध में पत्र लिखा. इस पत्र में ममता बनर्जी ने नीट को समाप्त करने की मांग की है. बता देें देश में इनदिनों नीट-यूजी का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है. जिसको लेकर बंगाल सीएम ने लिखा है कि नीट को समाप्त कर पुरानी व्यवस्था लागू की जाए. उल्लेखनीय है कि पुरानी व्यवस्था के अंतर्गत राज्य सरकारों द्वारा नीट परीक्षा का आयोजन कराया जाता था.

इसके साथ ही पत्र में ममता बनर्जी ने लिखा कि ‘नीट परीक्षा में पेपर लीक होने, परीक्षा कराने वाले अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेने, छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने आदि के गंभीर आरोप लग रहे हैं. इन आरोपों पर तुरंत ध्यान देने और पूरी निष्पक्षता से जांच कराने की जरूरत है. इन घटनाओं से लाखों छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है. ऐसी घटनाएं न सिर्फ देश में मेडिकल परीक्षा की गुणवत्ता से समझौता हैं बल्कि इसका देश में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है.

बतादें ममता बनर्जी ने मांग की कि नीट की पुरानी व्यवस्था लागू की जाए, जिसके तहत राज्य सरकार परीक्षा कराएं. उन्होंने लिखा कि साल 2017 से पहले राज्यों को मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए अपनी प्रवेश परीक्षाएं कराने की मंजूरी थी और केंद्र सरकार भी प्रवेश परीक्षा कराती थी. यह व्यवस्था आराम से काम कर रही थी और इसमें ज्यादा परेशानी भी नहीं थी. राज्य सरकार आमतौर पर हर डॉक्टर पर करीब 50 लाख रुपये खर्च करती है, ऐसे में राज्य सरकार को ही मेडिकल छात्रों को चुनने की आजादी मिलनी चाहिए.

वही सीएम ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पूरी नीट परीक्षा को केंद्रीकृत कर दिया है और बिना राज्य सरकारों की संलिप्तता के मेडिकल कोर्सों में होने वाले एडमिशन पर अपना पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर लिया है. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य और संघीय ढांचे का उल्लंघन है. बंगाल सीएम ने ये भी आरोप लगाया कि मौजूदा सिस्टम की वजह से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है.और इससे सिर्फ अमीरों को फायदा मिला है और गरीब और मध्यम वर्ग के छात्रों को इससे सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि एनटीए द्वारा आयोजित कराई गई नीट परीक्षा को लेकर धांधली के आरोप लग रहे हैं.आरोप है कि नीट का पेपर लीक हुआ है और इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं. सीबीआई नीट पेपर लीक की जांच कर रही है. बता दें नीट का मुद्दा पक्ष के लिये गले की हड्डी बन गया है.उधर मजबूत विपक्ष भी लगातार मोदी सरकार को इसी मुद्दे पर घेरता नजर आ रहा है.