द लीडर हिंदी: मौसम की आंख मिचौली जारी है. कभी कड़कड़ाती ठंड तो कभी धीमी धूम के बाद हल्की बूंदाबादी के साथ मौसम अपना मिजाज बदल रहा है. फरवरी आते ही मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. बीते दो दिनों से मौसम पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के बाद मौसम शुक्रवार को खुल गया. हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक मौसम की यह नरमी महज 24 घंटे की है. उसके बाद एक बार फिर मौसम करवट बदलेगा.
दरअसल शनिवार से सोमवार तक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते उत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में बारिश बर्फबारी और कोहरे के पड़ने का अनुमान लगाया गया है. इस दौरान कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज हो सकती है.
वही मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते एक बार फिर मौसम बिगड़ने वाला है. अभी हाल में मौसम विभाग द्वारा बारिश की भविष्वाणी सही साबित हुई. और अब विभाग ने कहा कि इस बार यह मौसम शुक्रवार देर रात से बदलेगा.
विभाग के अनुमान के मुताबिक पश्चिमी और उत्तरी हिस्से के हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते यह मौसम बिगड़ सकता है. मौसम वैज्ञानिक आलोक यादव बताते हैं कि बिगड़े मौसम में एक बार फिर बर्फबारी, बारिश, ओले और कोहरे की मार पड़ सकती है.
दौरान जम्मू कश्मीर हिमाचल उत्तराखंड और नॉर्थ ईस्ट के पहाड़ों पर ज्यादा बर्फबारी का अनुमान लगाया जा रहा है. विभाग के मुताबिक शनिवार से लेकर सोमवार तक मौसम के बिगड़े हालात बने रहने का आकलन किया गया है.
वही मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों के लिए एक बार फिर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि शनिवार से लेकर सोमवार तक मैदानी इलाकों में कहीं-कहीं पर बारिश का भी अनुमान लगाया गया है. जिसमे पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश समेत राजस्थान का हिस्सा शामिल है. जबकि शनिवार से लेकर रविवार तक राजस्थान के कुछ हिस्से में ओलावृष्टि का भी अनुमान लगाया गया है. हालांकि मैदानी इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान 24 घंटे के लिए ही है.
विभाग के मुताबिक एक साथ लगातार दो दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण कोहरे में भी बढ़ोत्तरी का अनुमान है. विभाग के मुताबिक शुक्रवार देर रात से लेकर सोमवार सुबह तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घने कोहरे के आसार बने हुए हैं.
विभाग के वैज्ञानिक आलोक यादव कहते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण ही कोहरे, बारिश और बर्फबारी के हालात बनते हैं. चूंकि इस सप्ताह एक के बाद एक लगातार तीन पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बनी हुई थी। इसमें दूसरा विक्षोभ शुक्रवार देर रात से सक्रिय होने का अनुमान है.