चीन सुधर जाये वरना गंभीर परिणाम होंगेः अमेरिका

0
253

 

वॉशिंगटन

अमेरिका ने चीन को एक बार फिर चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। चीन पिछले कुछ समय से ताइवान और फिलीपींस को धमकाने में लगा है जिसे देखते हुए अब अमेरिका ने कड़ा रुख अपनाया है।
यूएस ने कहा है कि अगर बीजिंग उकसावे वाली गतिविधियों से बाज नहीं आता तो उसे अपने सहयोगियों की मदद को आगे आना होगा।
एक वेबसाइट के अनुसार अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका के अपने सहयोगियों के प्रति कुछ दायित्व हैं और जरूरत पड़ने पर वो उन्हें निभाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने आगे कहा कि यदि चीन फिलीपींस के सशस्त्र बलों को निशाना बनाता है या दक्षिण चीन सागर में वो उसके खिलाफ कोई कदम उठाता है तो हम यूएस-फिलीपींस म्युचुअल डिफेंस ट्रीटी के तहत अपने दायित्वों को निभाने के लिए बाध्य हो जाएंगे।
प्राइस ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ताइवान के लोगों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यदि कोई देश ताइवान की सामाजिक या आर्थिक व्यवस्था को खतरे में डालने का प्रयास करता है, तो हमारे पास उसका विरोध करने की क्षमता है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन पहले भी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि चीन के खिलाफ अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं आएगा और अपने सहयोगियों की रक्षा के लिए अमेरिका किसी भी हद तक जाने से गुरेज नहीं करेगा।

हम आखिरी दिन तक लड़ेंगे : ताइवान
ताइपे। चीन के लगातार घुसपैठ की कोशिशों और उसके फाइटर प्लेन के ताइवान की सीमा में आने पर ताइवान ने कहा है कि अगर चीन ने हमला किया तो हम अपने देश की रक्षा के लिए अंतिम दम तक लड़ेंगे। चीन दावा करता है कि ताइवान उसका भूभाग है।
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने बुधवार को कहा कि चीन की सैन्य धमकी और घुसपैठ के लगातार प्रयासों पर कड़ी आपत्ति जताते हए कहा कि सोमवार को ताइवान के हवाई क्षेत्र में चीन के 10 युद्धक विमानों ने उड़ान भरी और ताइवान के पास उसने अभ्यास के लिए एक विमान वाहक समूह को तैनात किया है। अगर हमें युद्ध लड़ने की जरूरत हुई तो हम युद्ध लड़ेंगे और अगर आखिरी दिन तक अपना बचाव करना पड़ा तो हम अपना बचाव करेंगे।
वू ने मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा कि चीन सहानुभूति देकर लोगों को आकर्षित करना चाहता है, वहीं ताइवान की सीमा में युद्धक विमान और सैन्य पोतों को लगातार भेज रहा है ताकि ताइवान के लोगों को भयभीत किया जा सके।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here