द लीडर हिंदी : इनदिनों देश के कई राज्यों समेत कर्नाटक में जमकर बारिश हो रही है.जो किसानों के लिये परेशानी का सबब बन गई है. तुंगभद्रा बांध में जरूरत से ज्यादा पानी भर गया है. बांध में रविवार देर रात इतना पानी भर गया कि तुंगभद्रा बांध के गेट की एक चेन टूट गई. वही तुंगभद्रा बांध के गेट नंबर 19 की चेन टूटने की वजह से कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के किसानों के लिए चेतावनी जारी की गई है.बता दें शनिवार रात तुंगभद्रा बांध के गेट की चेन टूटने से 1 लाख क्यूसेक पानी बांध से बह गया है.
गेट की चेन टूटने के बाद बांध से छूटे पानी की मात्रा तीन गुनी हो गई है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के थोड़ा पीछे हटने के बाद अधिकारी प्रतिदिन लगभग 28,000 क्यूसेक पानी छोड़ रहे थे. मानसून के बाद बांध में 105 टीएमसीएफटी पानी का भंडारण था.विशेष तौर पर यह बात पूछे जाने के बाद कि क्या चेन के टूटने से कोई ख़तरा है. इस पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने पत्रकारों से कहा है कि यह एक गंभीर विषय है इस पर हम विशेषज्ञों की राय का पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि इस विषय का हल निकालने के लिए सभी राज्यों के एक्सपर्ट्स से चर्चा की जा रही है.
रिपोर्टरों से बात करने के बाद डीके शिवकुमार बेल्लारी के लिए रवाना हो गए जहां वो तुंगभद्रा बांध के बोर्ड के अधिकारियों और सदस्यों से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि वह किसी स्थानीय विधायकों और राजनेताओं की राय पर नहीं चलेंगे. उन्होंने कहा कि दबाव कम करने के लिए बांध के सभी गेट खोल दिए गए हैं.वही तेलंगाना में प्रवेश करने से पहले तुंगभद्रा बांध का पानी कर्नाटक के दावनगेरे, बेल्लारी, कोप्पल और रायचूर ज़िलों में बहता है और बंगाल की खाड़ी में गिरने से पहले कृष्णा नदी में मिलता है.डिप्टी सीएम ने कहा है कि एक राय यह है कि बांध की मरम्मत के लिए उसे खाली करने की आवश्यकता है. विशेषज्ञ इस प्रस्ताव की जांच कर रहे हैं लेकिन इस विषय पर हम विशेषज्ञों की राय का ही पालन करेंगे.
जानकारी के मुताबीक तुंगभद्रा बांध कर्नाटक में एक महत्वपूर्ण जल स्रोत और बाढ़ नियंत्रण का काम करता है. इसमें कुल 33 गेट हैं, लेकिन इनमें से 19वां गेट टूट गया. हालांकि, मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि 19वें गेट को हुए नुकसान की मरम्मत बांध से लगभग 60 हजार मिलियन क्यूबिक फीट पानी छोड़ने के बाद ही शुरू हो सकती है.वही बांध से भारी मात्रा में पानी निकलने से जुड़े खतरों को देखते हुए रविवार सुबह से बांध के सभी 33 गेटों से पानी छोड़ा जाना शुरू हो गया.https://theleaderhindi.com/on-the-gaza-attack-us-vice-president-kamala-harris-said-once-again-many-civilians-have-died/