द लीडर हिंदी : केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड में कुदरत का कहर टूटा है. भूस्खलन से क्षेत्र में भारी नुक़सान हुआ है. प्रभावित क्षेत्रों में तलाशी और बचाव अभियान आज पांचवें दिन भी जारी है. मरने वालों की संख्या 300 पार हो गई है. इसी बीच शनिवार को अभिनेता और लेफ्टिनेंट कर्नल मोहनलाल ने बचाव कार्यों में शामिल सभी कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए अपनी 122 इन्फैंट्री बटालियन और टीए मद्रास के साथ वायनाड भूस्खलन क्षेत्र का दौरा किया है.बता दें वायनाड में सेना बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य चला रही है. वही मेप्पडी और चूरामाला में राहत शिविरों की स्थापना कर पीड़ितों को वहां रखा गया है. भूस्खलन के बाद शनिवार यानि आज हालात का जायज़ा लेने मलयालम अभिनेता मोहनलाल पहुंचे . इस दौरान मोहनलाल सेना की वर्दी में दिखाई दिए.
मोहनलाल टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद पद पर हैं. मोहनलाल पहले मेप्पडी स्थित राहत शिविर में पहुंचे जहां उन्होंने अधिकारियों से बात की उसके बाद वह भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के लिए निकल गए. मोहनलाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ऊपर जाकर देखने पर आपको इस घटना की गहराई मालूम चलती है. वहां पर बहुत ज़्यादा कीचड़ है, यह कहना मुश्किल है कि अभी भी लोग वहां फंसे हैं या नहीं. उन्होंने कहा है कि ‘मैं राहत और बचाव कार्य में लगे सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं. यह भारत की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक है.मोहनलाल ने कहा है कि ‘जो हम खो चुके हैं हम उसे वापस तो नहीं पा सकते हैं.
लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इन लोगों की उनके भविष्य के लिए मदद कैसे कर सकते हैं.बता दें आज भी प्रभावित क्षेत्रों को अलग-अलग जोन बांटे हैं. और टीमें जोन के लिए रवाना हो गई हैं.जानकारी के मुताबीक सेना ने बीते 1 अगस्त को मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने की जानकारी दी थी. यहां अब सिर्फ मलबे में दबे शवों को ढूंढने का ही काम चल रहा है.https://theleaderhindi.com/relief-and-rescue-operations-continue-in-wayanad-even-today-death-toll-crosses-300-bodies-ready-for-burial/