सुंदर-शर्दुल ने लाजवाब पारी खेलकर छुड़ाया ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को पसीना

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द लीडर. भारत ने क्रिकेट में किस कदर महारत हासिल कर ली है, उसका शानदार नजारा गावस्कर-बार्डर टेस्ट सीरिज के अंतिम मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया में देखने को मिला.

जब भारतीय टीम के टॉप आर्डर में उपकप्तान रोहित शर्मा, कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे, नई दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा और पिछले ड्रा टेस्ट के हीरो ऋषभ पंत पवेलियन लौट चुके थे तो युवा वाशिंगटन सुंदर और शर्दुल ठाकुर ने कमाल का प्रदर्शन किया.

दोनों के बीच सातवें विकेट की रिकार्ड 123 रन की साझेदारी की बदौलत भारत वापसी करने में कामयाब रहा. ऑस्ट्रेलियाई टीम तमाम कोशिशों के बावजूद बड़ी बढ़त लेने में नाकाम हो गई. भारतीय टीम 369 रन के जवाब में 336 रन तक पहुंच गई. पहली पारी में यह बराबरी की स्थिति ही कही जाएगी.

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अब अगर गेंदबाजों ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोक दिया तो भारत जीतने की स्थिति में होगा. जीत न सही अगर टेस्ट को ड्रा भी करा लिया तो ट्राफी भारतीय टीम के पास ही रहेगी.

ब्रस्बेन ग्राउंड पर खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में भारत के दो विकेट शनिवार को दूसरे दिन ही गिर गए थे. शुभमन गिल सात रन, पुजारा 25 पर और रोहित 44 रन बनाकर आउट हो गए थे. जिस तरह रोहित ने खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया, उसकी महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी आलोचना की.

रोहित के आउट होने के बाद बल्लेबाजी की जिम्मेदारी अजिंक्य के कांधों पर आ गई थी लेकिन रविवार को खेल के तीसरे दिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके. 37 रन बनाकर मिशेल स्टार्क का शिकार बने. मेड ने उनका कैच लपका. इसके बाद मयंक अग्रवाल 37 रन बनाकर हेजलवुड का शिकार बने.

बाहर जा रही गेंद पर शॉट मारने के प्रयास में बाहरी किनारा लगने से स्मिथ को गली में कैच दे बैठे. उनके बाद पंत 23 रन पर चलते बने. हेजलवुड की ही गेंद पर कैमरन ग्रीन ने लपक लिया. यहीं ऑस्ट्रलियाई गेंदबाज़  हावी होने के प्रयास में लग गए लेकिन वाशिंगटन सुंदर और शर्दुल ठाकुर ने उनके जोश को अपनी बल्लेबाजी से ठंडा कर दिया.

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सुंदर ने सधी हुई जबकि ठाकुर ने आक्रामक पारी खेली. ठाकुर ने अपनी फिफ्टी छक्का मारकर पूरी की. सुंदर ने 62 और शर्दुल ने 67 रन की पारी खेली. खिलाडि़यों की चोट के सबब मुश्किल हालात से जूझ रही भारतीय टीम के लिए सुंदर और शर्दुल संकटमोचक साबित हुए.

दोनों युवा खिलाड़ियों ने काबिलेतारीफ हरफनमौला प्रदर्शन करके भारतीय टीम के लिए भविष्य की नई उम्मीद जगाई हैं. अब चौथे दिन का खेल शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया ने बगैर विकेट गवांए 21 रन बना लिए हैं. पहली इनिंग में 33 रन की बढ़त जोड़कर ऑस्ट्रेलिया भारतीय टीम से 54 रन आगे खड़ी है.

डेविड वार्नर 20 और मार्कस हैरिस एक रन पर नाबाद हैं. मैच का कांटा दोनों तरफ बराबर है. कोई भी टीम जीत सकती है. हां, जिस तरह पिछड़ने के बाद भारत ने वापसी की है, उससे टीम का हौसला बुलंद है. खैर जो भी जितेगा टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन की पोजीशन हासिल कर लेगा.

भारत के लिए ड्रा की सूरत भी राहत की बात होगी, इसलिए क्योंकि ऐसा होने पर गावस्कर-बार्डर ट्राफी उसी के पास रहेगी. अब खेल में बचे दोनों दिन बहुत अहम हैं. अंतिम टेस्ट बहुत ही रोमांचक मोड़ पर खड़ा हो गया है. निश्चित ही दर्शकों की दिलचस्पी भी नतीजा जानने के लिए बढ़ गई होगी.

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