द लीडर हिंदी, लखनऊ | देश में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच अब जल्द ही रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी.
राजधानी दिल्ली का इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल रविवार को स्पूतनिक वी को प्रशासित करने वाला शहर का पहला अस्पताल बन गया.
अब तक डॉ. रेड्डी लोबोरेटरीज के कर्मचारियों को ही ये वैक्सीन लगाई जा रही थी. लेकिन रविवार को अपोलो अस्पताल के 170 सदस्यों को वैक्सीन लगाई गई.
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20 जून से आम जनता के लिए उपलब्ध होगा टीका
ये वैक्सीन सबसे पहले इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित किया गया था. 11 अगस्त को इसे रूस में मंजूरी मिली थी.
ये वैक्सीन फिलहाल दुनिया के 67 देशों में दी जा रही है. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तरफ से इसे अभी तक आपातकालीन टीके के रूप में मंजूरी नहीं मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक, स्पुतनिक वी की 90 फीसदी से ज्यादा प्रभावी है.
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पांच फार्मा फर्मों के द्वारा निर्मित होगी वैक्सीन
भारत में डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज ने फरवरी में वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया था. जिसके बाद इसे अप्रैल में भारत के दवा नियामक से मंजूरी मिली थी.
इस वैक्सीन को देश में पांच फार्मा फर्मों के द्वारा निर्मित किया जाएगा, जो सालाना 850 मिलियन से ज्यादा खुराकों का उत्पादन करती हैं.
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